24 साल पहले सुरक्षित रखे गए एक भ्रूण से अब एक बच्चे ने जन्म लिया है। आईवीएफ़ तकनीक खोजे जाने के बाद से गर्भाधान और जन्म के बीच यह संभवत: सबसे बड़ा अंतर है।
अमेरिका में इस भ्रूण को एक परिवार ने एक संस्था को दान दिया था। इस भ्रूण से जिस महिला ने बच्ची को जन्म दिया है, वह ख़ुद इस भ्रूण के गर्भाधान के वक़्त डेढ़ साल की थीं।
यह बच्ची अब एमा रेन गिब्सन नाम से जानी जाएगी। एमा के भ्रूण को फ्रीज़ करके 24 साल से सुरक्षित रखा गया था। इसी साल मार्च में यह भ्रूण टीना गिब्सन के गर्भाशय में प्रविष्ट कराया गया।
'मैं और वो बेस्ट फ्रेंड भी हो सकते थे'
एमा का जन्म नवंबर में हुआ। 26 साल की टीना ने सीएनएन से बात करते हुए कहा, "आपको ये अंदाज़ा है कि सिर्फ 25 साल की हूं? ये भ्रूण और मैं बेस्ट फ़्रेंड भी हो सकते थे।" उन्होंने कहा, "मुझे बस एक बच्चा चाहिए था। मुझे परवाह नहीं कि यह विश्व रिकॉर्ड है या नहीं।"
राष्ट्रीय भ्रूणदान केंद्र नाम की संस्था ने यह निषेचित भ्रूण उपलब्ध कराया था। चूंकि ये भ्रूण लंबे समय तक जमा देने वाले तापमान में सुरक्षित रखे जाते हैं, इसलिए डॉक्टर उन्हें 'स्नो बेबीज़' बुलाते हैं।
अमेरिका के टेनेसी प्रांत के नॉक्सविल शहर स्थित यह संस्था दंपतियों को प्रोत्साहन देती है कि अगर वे और बच्चे नहीं चाहते तो अपने भ्रूण दान कर दें, ताकि दूसरे दंपतियों को इसका फायदा हो सके।
'प्यारा चमत्कार'
टीना और बेंजामिन गिब्सन इस संस्था के पास पहुंचे, जहां से उन्हें यह भ्रूण मिला। सिस्टिक फायब्रोसिस नाम की बीमारी की वजह से बेंजामिन पिता नहीं बन सकते थे। एमा का गर्भाधान अक्टूबर 1992 में हुआ था। टीना अब एमा की मां हैं और 1992 में वह करीब डेढ़ साल की थीं।
माना जा रहा है कि 24 साल पुराना यह भ्रूण सबसे लंबे समय तक सुरक्षित रखा गया भ्रूण है। बेंजामिन कहते हैं, "एमा एक बहुत ही प्यारा चमत्कार है।" वह कहते हैं, "मुझे लगता है कि इतने साल तक जमे रहने के बाद भी वह बहुत सुंदर दिखती है।"