पिछले दिनों अपने वज़न के कारण चर्चा में आईं मिस्र की महिला एमान अहमद अब्द अल एती के बारे में अच्छी ख़बर आई है। मुंबई के सैफ़ी अस्पताल ने कहा है कि सर्जरी के बाद 500 किलो की एमान का वज़न अब 250 किलो हो गया है।
दो महीने पहले सैफ़ी अस्पताल के डॉक्टर मुफ़्फ़ज़ल लकड़ावाला के नेतृत्व में उनकी सर्जरी हुई थी। अब्द अल एती दुनिया की सबसे ज़्यादा वज़न वाली महिला मानी जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक़ इस समय अमेरिका की पॉलिन पॉटर सबसे ज़्यादा वज़न की हैं, जिनका वज़न 2012 में 293.6 किलो था।
अब्द अल एती के परिवार वालों का कहना है कि अपने वज़न के कारण 25 वर्षों तक वे अपने घर से नहीं निकल पाईं। अस्पताल का ये भी कहना है कि अब वे व्हीलचेयर पर ज़्यादा समय तक बैठ सकती हैं। अस्पताल ने सर्जरी की बाद की उनकी तस्वीरें भी जारी की है।
डॉक्टर लकड़ावाला ने एक बयान में कहा है कि अब्द अल एती का वज़न कम होना जारी है। उन्होंने बताया कि बचपन में स्ट्रोक के कारण अब भी उनके शरीर का एक हिस्सा लकवाग्रस्त है। बोलने और कुछ निगलने में भी उनकी परेशानी बनी हुई है। अब अस्पताल इस बात का इंतज़ार कर रहा है कि अब्द अल एती का वज़न इतना कम हो जाए कि वे सीटी स्कैन मशीन में फ़िट आ सकें और ये पता लगाया जा सके कि स्ट्रोक की वजह क्या थी।
डॉक्टर लकड़ावाला के मुताबिक़ अब उनके इलाज की अगली कड़ी में उन्हें छह महीने बाद मोटापे का एक ट्रॉयल ड्रग दिया जाएगा। अस्पताल अमेरिका स्थित एक दवा बनाने वाली कंपनी से ये दवा ख़रीदने की कोशिश कर रहा है।
अब्द अल एती के परिजनों का कहना है कि जन्म के समय वे पाँच किलोग्राम की थी। लेकिन बाद में उन्हें एलिफ़ैंटियासिस नाम की बीमारी हो गई, जिसमें इंफ़ेक्शन के कारण शरीर सूज जाता है। 11 साल की उम्र तक पहुँचते-पहुँचते उनका वज़न काफ़ी बढ़ गया। उसके बाद स्ट्रोक के कारण वे बिस्तर पर पड़ गईं।
दिसंबर में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मेडिकल वीज़ा दिलाने में एमान की मदद की थी।
डॉ.लकड़ावाला ने एमान की तस्वीर के साथ सुषमा को ट्वीट किया था और मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने लिखा था, "मिस्र की एमान अहमद का वज़न 500 किलोग्राम है। साधारण प्रक्रिया से उन्हें मेडिकल वीज़ा मना हो गया है।"
डॉ लकड़ावाला के ट्वीट के जवाब में सुषमा ने लिखा था, "मेरी नज़र में यह मामला लाने का शुक्रिया। मैं ज़रूर इनकी मदद करूंगी।"