- संदीप साहू (भुवनेश्वर से)
ओडिशा के बालेश्वर ज़िले में एक चौंका देने वाली घटना में एक आदमी कथित तौर पर जुए में अपनी पत्नी हार गया। आरोप है कि इसके बाद उसने अपनी पत्नी को जुआ में जीतने वाले शख़्स के हवाले कर दिया और फिर महिला के साथ उसके पति के सामने बलात्कार किया गया।
ओडिशा पुलिस ने बीबीसी को बताया कि पीड़िता ने थाने में बलात्कार का मामला दर्ज कराया है, जिसके बाद पति और जुआ जीतने वाला शख़्स, दोनों फरार हो गए हैं।
पहले 'बलात्कार' फिर पता चला कि मेरी बाज़ी लगाई गई थी
उन्होंने कहा, "पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए बालेश्वर भेजा गया है। साथ ही हमने दोनों अभियुक्तों को पकड़ने के लिए मुहिम शुरू कर दी है।" अभियुक्तों के ख़िलाफ़ बलात्कार के अलावा कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बीबीसी से बात करते हुए पीड़िता ने कहा, "पिछली 23 तारीख़ की रात मेरे पति करीब 11 बजे घर आए और मुझसे साथ चलने को कहा। मैंने उनसे पूछा कि कहां जाना है। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।"
"मुझे जबरदस्ती गांव के बाहर ले गए, जहां उनके दोस्त पहले से ही मौजूद थे। मैं उन्हें 'भैया' बुलाती हूं। वो मेरे हाथ पकड़कर खींचने लगे। मैंने विरोध किया। लेकिन मेरे पति ने खुद मेरी साड़ी निकालकर मुझे उसके हवाले कर दिया।"
पीड़िता ने आगे कहा, "जुआ जीतने वाला शख़्स मुझे थोड़ी दूर ले गया और मेरे साथ बलात्कार किया। मुझे बाद में पता चला कि मेरे पति ने जुए में मेरी बाज़ी लगाई थी और हार गए।"
पुलिस ने पहले मामला दर्ज करने से मना कर दिया
अगले दिन सुबह पीड़िता की बेटी ने अपने नाना को फ़ोन पर पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। वो अपने बेटे को लेकर बेटी के ससुराल पहुंचे। पीड़िता के पिता ने कहा, "हमने जब समधी जी और दामाद से इस घटना के बारे में पूछा तो दोनों ने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ मालूम नहीं है। इसके बाद मैंने गांव के मुखिया से बात की।"
वो आगे कहते हैं, "उन्होंने गांव के अन्य बुजुर्गों से बातचीत की और उसके बाद हमसे दो दिन का समय मांगा। मजबूरन हम बेटी और उसके दोनों बच्चों को लेकर अपने गांव वापस आ गए।"
"मई की 27 तारीख़ को स्थानीय थाने में हमने रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, तो पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाय हमें बेटी के पति के साथ सुलह करने की सलाह दी। बुधवार को हम एसपी साहब से मिले तब जाकर मामला दर्ज हुआ है।"
लाचार पिता
हालांकि थाना प्रभारी ने पीड़िता के पिता के इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, "मैं खुद छुट्टी पर था। वापस आने के बाद पता चला कि दोनों पक्ष ने एक समझौता याचिका दायर किया है। लेकिन बाद में जब एसपी साहब ने आदेश दिया हमने तत्काल एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।"
पीड़िता के पिता का आरोप है कि मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस उन्हें परेशान कर रही है। वो कहते हैं, "आज भी हमें थाने में तीन से चार घंटे बैठाया गया और मेरी बेटी से गलत सवाल पूछे गए, मानो दोषी उसका पति नहीं वो खुद हो।"
पीड़िता के पिता यह कहते हुए रो देते हैं और न्याय की उम्मीद जताते हैं।