एक किलर व्हेल ने अपने मृत नवजात को 17 दिनों तक सीने से लगाए रखने के बाद अलग कर दिया है। इस दौरान व्हेल अपने मृत बच्चे को पास रख एक हज़ार मील तक भागती रही।
कनाडा के वैंकूवर द्वीप में व्हेल से जुड़ा एक रिसर्च सेंटर है। इसी रिसर्च सेंटर से इसकी निगरानी की जा रही थी। अपने बच्चे की मौत के दुख से यह व्हेल इस क़दर आहत थी कि कई चीज़ें व्यवहार में पहली बार दिखीं।
दुख में अपने बच्चों के मृत शरीर को व्हेल मछलियां सामान्य रूप से एक हफ़्ते तक अपने पास रखती हैं। इस व्हेल मां को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि उसने सारे रिकॉ़र्ड तोड़ दिए हैं।
यह व्हेल J35 के नाम से जानी जाती थी। इसने पिछले कुछ दिनों से दुनिया भर का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा है। समुद्र तट से ली गई टेलिफ़ोटो डिजिटल इमेज से पता चला है कि मां की सेहत ठीक है।
अपने मृत बच्चे को सीने से लगाए पहली बार यह व्हेल 24 जुलाई को दिखी थी। ऐसा कहा जा रहा है कि उसी दौरान कुछ दिन पहले व्हेल का वो बच्चा मरा था। अभी तक बच्चे की मौत की वजह पता नहीं चल सकी है।
कनाडा और अमरीका में किलर व्हेल को विलुप्तप्राय मछलियों की श्रेणी में रखा गया है। हाल के वर्षों में इन मछलियों की संख्या में नाटकीय रूप से गिरावट आई है।