हैदराबाद की पारी में कोलकाता की ओर से पहला ओवर हरभजन सिंह ने फेंका। वे करीब 2 साल के बाद यानी 699 दिन के बाद क्रिकेट के मैदान में दिखे। लेकिन 2 साल बाद भी उनकी गेंदबाज़ी का अंदाज़ एकदम नहीं बदला था। पहले 2 गेंदों पर तो उन्होंने रिद्धिमान साहा को कोई रन बनाने का मौका नहीं दिया। तीसरी गेंद पर साहा एक रन लेने में कामयाब हुए।
लेकिन चौथी गेंद पर हरभजन सिंह ने अपनी स्पिन से तूफ़ानी बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर को चकमा दे दिया। डेविन वॉर्नर को गेंद समझ नहीं आई और गेंद उनके बल्ले से लगकर प्वाइंट की तरफ़ उछल गई, हालांकि पैट कमिंस कैच नहीं लपक सके। इसके बाद 5वें गेंद पर साहा कोई रन नहीं बना सके, लेकिन उन्होंने 6ठी गेंद को एक्स्ट्रा कवर बाउंड्री के ऊपर से 6 रन के लिए बाहर भेजा। हालांकि कोलकाता के कप्तान ओइन मोर्गन ने इसके बाद हरभजन सिंह का इस्तेमाल नहीं किया।
इसको लेकर सोशल मीडिया पर हरभजन सिंह ट्रेंड भी करने लगे। उनको लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने कई तरह के मीम्स इस्तेमाल किए। मैच के बाद मोर्गन ने उनके योगदान की तारीफ़ करते हुए कहा, 'भज्जी ने बेहतरीन ढंग से पहला ओवर डाला। इसके बाद उन्होंने गेंदबाज़ी नहीं की लेकिन हम लोगों ने उनके अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया और उनके अनुभव से दूसरे गेंदबाज़ों को फ़ायदा मिला।'
दरअसल ऑइन मोर्गन के पास इस मुक़ाबले के लिए हरभजन सिंह के अलावा शाकिब अल हसन और वरूण चक्रवर्ती के रूप में 2 स्पिनर थे। हालांकि इन दोनों गेंदबाज़ों ने अपने 4-4 ओवरों में प्रति ओवर 8 से ज़्यादा रन ख़र्चे। इसके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा, पैट कमिंस और आंद्रे रसेल के रूप में 3 तेज़ गेंदबाज़ों के चलते भी हरभजन सिंह को गेंदबाज़ी का मौका नहीं मिला।
इससे पहले हरभजन सिंह ने 2019 के आईपीएल का फ़ाइनल मुक़ाबला चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ खेला था। 2020 में वे निजी कारणों से आईपीएल से दूर रहे थे। इस सीज़न में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने 40 साल के हरभजन सिंह को 2 करोड़ रुपए के बेस प्राइस में ख़रीदा है। वैसे ये आईपीएल में हरभजन सिंह का 161वां मैच था। भारत के लिए टेस्ट मैचों में 417 और वनडे में 269 विकेट ले चुके हरभजन सिंह आईपीएल में अब तक 150 विकेट हासिल कर चुके हैं।
विजय शंकर पर सवाल
भारत की ओर से खेल चुके विजय शंकर जब बल्लेबाज़ी के लिए उतरे तो 4 ओवरों में टीम को 57 रनों की ज़रूरत थी। विजय शंकर ने जो तीसरी गेंद का सामना किया उस पर उन्होंने बेहतरी छक्का लगाया लेकिन अगले ही ओवर में आंद्रे रसेल की गेंद पर मोर्गन ने उनका कैच लपक लिया।
आउट होने से पहले विजय शंकर ने 7 गेंदों पर 11 रन बनाए। इस बल्लेबाज़ी में आलोचना जैसा कुछ नहीं है लेकिन उनके बाद उतरे अब्दुल समद ने जिस अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की उसे देखते हुए हैदराबाद ही नहीं बहुत सारे क्रिकेट फैंस को लगने लगा कि अगर समद को विजय शंकर की जगह बल्लेबाज़ी करने भेजा गया होता तो नतीजा कुछ और होता। अब्दुल समद ने 8 गेंदों पर नाबाद 19 रन बनाए और इसमें 2 छक्के शामिल थे।
राणा-त्रिपाठी चमके
ऑइन मोर्गन, जॉनी बैरिएस्टो, डेविड वॉर्नर, आंद्रे रसेल जैसे धुरंधर क्रिकेटरों की मौजूदगी में इस मुक़ाबले में हीरो बनकर उभरे 2 युवा भारतीय। कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से नितीश राणा और राहुल त्रिपाठी ने इस मुक़ाबले में शानदार बल्लेबाज़ी की।
नितीश राणा तो इस मैच में शतक बनाने की स्थिति में दिखाई पड़ रहे थे। तेज़ गेंदबाज़ों के साथ साथ स्पिनरों पर शॉट्स खेलने में उन्हें कोई मुश्किल नहीं हो रही थी। महज 56 गेंदों पर 80 रन की पारी में उन्होंने 9 चौके और 4 छक्के जमाए। मैच के बाद उन्होंने कहा कि स्पिनरों को खेलने में उन्हें कोई ख़ास मुश्किल नहीं होती है।
नितीश राणा आईपीएल की पिछली 6 पारियों में 3 बार 80 या उससे ज्यादा रन बना चुके हैं और 3 बार वे अपना खाता नहीं खोल पाए हैं। इस मुक़ाबले में राहुल त्रिपाठी ने भी उनका बखूबी साथ दिया। त्रिपाठी ने 29 गेंदों पर 5 चौके और 2 छक्के की मदद से 53 रन बनाए।
जॉनी बैरिएस्टो-मनीष पांडेय नाकाम रहे
सनराइजर्स हैदराबाद के 2 विकेट महज 10 रन पर गिर चुके थे लेकिन यहां से जॉनी बैरिएस्टो और मनीष पांडेय ने मोर्चा संभाला और तीसरे विकेट के लिए 92 रन जोड़े।
बैरिएस्टो शानदार पुल शॉट्स के जरिए शानदार शॉट्स लगा रहे थे। 40 गेंदों पर 5 चौके और 3 छक्के के साथ 55 रन बनाकर वे आउट हुए। पैट कमिंस की गेंद पर नितीश राणा ने उनका कैच लपका। उनके आउट होने के बाद मनीष पांडेय विकेट पर टिके रहे लेकिन वे टीम को जीत दिलाने की स्थिति में नज़र नहीं आए। मनीष पांडेय 44 गेंदों पर 61 रन बनाकर नाबाद रहे, अपनी पारी में उन्होंने 2 चौके और 3 छक्के लगाए।
डेविड वॉर्नर हुए फ्लॉप
हरभजन सिंह के सामने हक्के बक्के हुए डेविड वॉर्नर जीवनदान का फ़ायदा नहीं उठा सके। अगले ही ओवर भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी बनकर उभरे प्रसिद्ध कृष्णा की ऑफ़ स्टंप के बाहर जाती गेंद पर वॉर्नर अपना बल्ला अड़ा बैठे और विकेट के पीछे दिनेश कार्तिक से कोई चूक नहीं हुई।
4 गेंदों पर महज़ 3 रन के साथ डेविड वॉर्नर आउट हुए। अगर वे विकेट पर टिके होते तो निश्चित तौर पर उनकी टीम को फ़ायदा मिलता। 188 रनों का पीछा करने उतरी टीम के लिए वॉर्नर अगर तेजी से 30-35 रन भी बना देते तो उनकी टीम ये मुक़ाबला 10 रनों से नहीं हारती, वहीं प्रसिद्ध कृष्णा ने इसके बाद लंबे शॉट्स खेलने की कोशिश कर रहे मोहम्मद नबी को भी पैवेलियन भेजा। (Photo courtesy: BBC/ IPL)