एक शोध के अनुसार लकड़ी खाने वाला छोटा समुद्री जीव नई बॉयोईंधन बनाने में अहम साबित हो सकता है। ये शोध नेशनल एकेडमी ऑफ सांइस की एक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। ये जीव सैकड़ों वर्षों से जहाजों को बर्बाद कर रहा है। इसका नाम ‘ग्रिब्बल’ है।
वैज्ञानिक का कहना है, 'इस जीव में अनूठी पाचन प्रणाली है जो लकड़ी को शर्करा में बदल देती है। इस बदलाव से अल्कोहल आधारित ईंधन बनाया जा सकता है।'
ग्रिब्बल के पेट में ऐसे एंजाइम्स पाए गए हैं जिनसे लकड़ी को शर्करा में बदला जा सकता है। वैज्ञानिक आशा कर रहे हैं कि एंजाइम्स को बनाने वाले जीन को डिकोड कर पाएँगे और फिर इससे बड़ी मात्रा में एंजाइम्स बनाएँगे।
शोध करने वाली टीम के प्रमुख प्रोफेसर साइमन मैक्वीन मैसन का कहना है, 'ग्रिब्बल की आँत आश्चर्यजनक है। क्योंकि ज्यादातर जीवों की आँतों में जीवाणु तक नहीं होते हैं।'
वैज्ञानिक कृत्रिम एंजाइम्स बनाने की शुरुआत भी कर चुके हैं। अगर एक-दो वर्ष में समान गुण वाले एंजाइम्स बनाने में सफल हो जाते हैं तब इसे बड़ी मात्रा में पैदा किया जाएगा।