अमेरिका में क्या करती हैं मनमोहन सिंह की बेटी
, शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013 (15:22 IST)
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह की एक रिपोर्ट ने अमेरिका प्रशासन को मानवाधिकार हनन के मामले में कठघरे में ला दिया है।इस रिपोर्ट में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के बारे में कई अहम जानकारी शामिल है। इसमें अमेरिका में 9/11 के हमले के बाद कैद किए गए लोगों के बारे में बताया गया है।214
पन्नों की इस रिपोर्ट में 136 लोगों का विवरण है, जिन्हें अमेरिका खुफिया एजेंसी ने पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया है, कैद में रखा है और दूसरे देशों की जेलों में भेजा है।इन लोगों के बारे में बताते हुए अमृत सिंह ने लिखा है कि इस दौरान कई बार जरूरी प्रक्रियाओं को नहीं अपनाया गया है। 136 लोगों में ज्यादातर पाकिस्तान के नागरिक हैं। हालांकि दिलचस्प ये है कि इसमें भारत का कोई नागरिक शामिल नहीं है।54
देशों पर आरोप : अमृत सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक इतने बड़े पैमाने पर मानवाधिकार का हनन करने वाली इन कोशिशों में अमेरिका को दुनिया भर के करीब 54 देशों का सहयोग मिला है।इनमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, लीबिया, डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, इटली और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल हैं। इस रिपोर्ट में उन देशों पर करारा प्रहार किया गया है जो मानवाधिकार के हितों की बात तो करते हैं, लेकिन अमेरिका के इस कदम पर उनका साथ भी देते हैं।माना जा रहा है कि मानवाधिकार के मुद्दे पर अमृत सिंह की इस रिपोर्ट के चलते बराक ओबामा प्रशासन की मुश्किलें बढ़ेंगी।उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, 'अब वक्त आ गया है जब अमेरिका और उसके सहयोगी देश ये स्वीकार करें कि उन्होंने बड़े पैमाने पर लोगों को गोपनीय ढंग से कैद करके रखा है। इसके लिए जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के खिलाफ प्रभावी जांच भी होनी चाहिए।'अमृत सिंह भारतीय प्रधानमंत्री की तीन बेटियों में सबसे छोटी हैं। इन दिनों वे अमेरिका में ओपन सोसायटी जस्टिस इनिशिएटिव के राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंक विरोधी कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं।अर्थशास्त्री से मानवाधिकार सिपाही : इससे पहले वे अमेरिकी सिविल लिबर्टी यूनियन के अप्रवासी अधिकार परियोजना की अटॉर्नी स्टॉफ के तौर पर काम कर रही थीं।अमृत ने न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर बार्टन बेबे से शादी की है चाहे वो जार्ज बुश का शासन रहा हो या फिर बराक ओबामा का शासन हो, अमृत हमेशा मानवाधिकार के हितों की रक्षा के लिए आवाज उठाती रही हैं।वकालत और मानवाधिकार में काम करने से पहले अमृत सिंह वॉशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में अर्थशास्त्री के तौर पर काम करती थीं। उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और यॉले लॉ स्कूल से शिक्षा हासिल की है।