ब्रिटेन के कुछ विशेषज्ञों का मत है कि कि सुखद शादी का फॉर्मूला ये है कि पुरुष अपनी पत्नी उसे बनाएँ जो उनसे अधिक तेज-तर्रार और उनसे कम-से-कम पाँच वर्ष छोटी हो। और ये संबंध और भी स्वस्थ हो सकता हो यदि जोड़ों में से कोई भी तलाकशुदा ना हो।
ब्रिटेन की बाथ युनिवर्सिटी के इस अध्ययन के निष्कर्ष यूरोपियन जर्नल ऑफ ऑपरेशन रिसर्च में प्रकाशित हुए हैं। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के लिए डेढ़ हजार से अधिक जोड़ों के साथ बात की।
उन्होंने पाँच वर्ष के अंतराल के बाद उनमें से एक हजार जोड़ों के साथ बात करके ये पता लगाने की कोशिश की कि उनमें से कितने संबंध बरकरार हैं।
वैसे अध्ययन करने वाली टीम की नेता डॉक्टर इमैनुएल फ्रैग्नियर और उनके सहयोगी ये कहते हैं कि मर्द और औरतों के लिए अपना जीवनसाथी चुनने की कसौटी भावनात्मक प्यार, शारीरिक आकर्षण, रूचियाँ, मान्यताएँ, तेवर और मूल्यों की पहचान हुआ करती है।
लेकिन शोधकर्ता कहते हैं कि उम्र, शिक्षा और सांस्कृतिक पहचान जैसे कारणों से तलाक की संख्या को कम किया जा सकता है।
अध्ययन : उन्होंने पाया कि यदि पत्नी अपने पति से पाँच या पाँच से अधिक वर्ष बड़ी है तो समान उम्र के विवाहित लोगों की तुलना में इस बात की संभावना तीन गुना अधिक है कि उनकी शादी टूट सकती है। इसके उलट यदि पति अपनी पत्नी से पाँच वर्ष या उससे अधिक बड़ा है तो शादी अधिक टिकाऊ और सुखद रह सकती है।
उन्होंने ये भी पाया कि यदि कम उम्र की होने के साथ-साथ पत्नी पति से अधिक शिक्षित है तो संबंध और बेहतर रह सकते हैं।
शोध में ये भी पता चला कि पहले से बिल्कुल अविवाहित रहे लोगों की शादी बेहतर रहती है। इसकी तुलना में यदि दोनों में से एक का तलाक हुआ हो तो शादी टूटने की संभावना अधिक रहती है। मगर दोनों ही तलाकशुदा हों तो यह स्थिति जोड़ों में से किसी एक के तलाकशुदा होने की तुलना में बेहतर रहती है।