दुनिया के लिए गरीबी सबसे गंभीर समस्या
बीबीसी की ओर से कराए गए वार्षिक वैश्विक सर्वे के अनुसार दुनिया के सामने इस समय अत्यंत गरीबी सबसे गंभीर समस्या है, लेकिन भारतीयों और पाकिस्तानियों ने आतंकवाद को सबसे गंभीर समस्या बताया है.ये सर्वेक्षण जुलाई 2009 से सितंबर 2009 के बीच कुल 23 देशों में कराया गया। हर देश के एक-एक हजार लोगों यानी कुल 23 हजारों लोगों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया। सर्वेक्षण में भारत, पाकिस्तान, चीन और अमेरिका समेत कोस्टारिका, पनामा, फिलिपींस जैसे छोटे देश भी शामिल थे।सर्वेक्षण में शामिल लोगों के सामने दुनिया की 13 गंभीर समस्याओं को रखा गया था। लोगों से सवाल किए गए थे कि उनके सामने सबसे गंभीर समस्या कौन है। उनसे यह भी कहा गया कि जो सूची दी गई है, उसे समस्याओं की अहमीयत और गंभीरता के आधार पर श्रेणीबद्ध भी करें।आतंकवादा पाँचवें स्थान पर : सर्वेक्षण के परिणाम में 71 प्रतिशत लोगों ने अत्यंत गरीबी को सबसे गंभीर समस्या बताया। दूसरे स्थान पर पर्यावरण और प्रदूषण रहा। हालाँकि आतंकवाद पाँचवीं सबसे गंभीर समस्या के तौर पर सामने आया। लोगों ने दुनिया के लिए जलवायु परिवर्तन को छठी सबसे गंभीर समस्या बताया।सर्वेक्षण से ये बात भी सामने आई कि लोगों ने अपनी उम्र और शिक्षा की बजाए जवाब क्षेत्रीयता के आधार पर दिए हैं।सर्वेक्षण के अनुसार औसत से अधिक भारतीय और पाकिस्तानी लोगों की नजर में आतंकवाद सबसे गंभीर समस्या है। जबकि लैटिन अमेरिकी देशों के लोगों के लिए जलवायु परिवर्तन सबसे बड़ा मसला है। लेकिन मिस्र के लोगों की सबसे बड़ी चिंता बीमारियों का फैलाव है।सर्व से यह बात भी सामने आई कि लोग अपने दोस्तों के बीच दिन-ब-दिन खाने पीने की वस्तओं और तेल की बढ़ती कीमतों पर सबसे अधिक गप्पे लड़ाते हैं। उसके बाद अत्यंत गरीबी और फिर बीमारी के फैलाव पर आपस में बातचीत करते हैं।