कलर्स पर जल्द ही शुरु होने वाले धारावाहिक ‘लागी तुझसे लगन’ से जाने-माने अभिनेता परेश रावल छोटे पर्दे पर अपनी पारी शुरु कर रहे हैं। परेश की प्रोडक्शन कंपनी प्लेटाइम क्रिएशन्स ने इस धारावाहिक का निर्माण किया है।
परेश रावल के मुताबिक ‘लागी तुझसे लगन’ के निर्माण के पीछे वजह है कि इस धारावाहिक की कहानी उनके निजी जीवन में हुई घटना से प्रेरित है।
‘लागी तुझसे लगन’ में इस बात को खासतौर पर दिखाने की कोशिश की जाएगी कि किस तरह से भारत में त्वचा के गोरे या काले होने की वजह से सुंदरता की परिभाषा तय की जाती है।
परेश रावल के अनुसार हमने ये कहानी इसीलिए बनाई है ताकि लोग इसे देखने के बाद जान सकें कि केवल गोरे या काले होने की वजह से ही कोई सुंदर नहीं हो सकता। मेरा मानना है कि इस धारावाहिक को देखने के बाद लोगों के सोचने के तरीके में बदलाव आएगा।
सुंदरता : तो क्या है सुंदरता की परिभाषा परेश की निगाह में? मेरे लिए सुंदरता का लेना-देना सीधे दिल से है। सच्ची सुंदरता आत्मा से आती है बाहरी दिखावे से नहीं। जहाँ तक काले होने का सवाल है मेरे लिए इस रंग का मतलब है गहराई। हमारे भगवान श्रीकृष्ण और राम भी तो साँवले हैं।
‘लागी तुझसे लगन’ के कलाकारों के काम के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक टीवी में लोगों को अच्छी परफॉर्मेस देखने को नहीं मिली है। इस धारावाहिक में जितने भी कलाकार हैं वो सब मँजे हुए हैं और दर्शकों को पसंद आएँगे।
इस बात के जवाब में कि कॉमेडी के बादशाह होने के बावजूद उन्होंने ऐसा विषय क्यूँ चुना परेश रावल कहते हैं कि हमेशा केवल खूबसूरत लोग ही रुपहले पर्दे पर दिखाए जाते हैं। इसलिए उन्होंने सोचा कि क्यों न वास्तविक विषय पर कोई कहानी कही जाए।