सर्दियों में डैंड्रफ का डर
सर्दियों में लोगों को डैंड्रफ की ज्यादा समस्या होती है। यह समस्या अब सिर्फ बढ़ती उम्र ही नहीं बल्कि बच्चों में भी आसानी से देखी जा सकती है। यदि इसका समय पर उपचार न हो तो यह गंभीर रूप ले लेती है। लिहाजा शुरुआती समय में ही इसका उपचार करा लेना हितकर है।लड़कियों को तो हमेशा ही डैंड्रफ की समस्या से जूझना पड़ता है खासकर जिनके बाल लंबे हो । यही नहीं अब दस साल के बच्चों के सिर में भी डैंड्रफ की समस्या आसानी से देखी जा सकती है। नोएडा के सेक्टर-37 निवासी अनुप्रिया के अनुसार डैंड्रफ की समस्या उनके परिवार में सभी को है। सस्ते-महँगे हर तरीके के एंटी डैंड्रफ शैंपू इस्तेमाल करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। अब डैंड्रफ ने पपड़ी का रूप ले लिया है और उसमें से खून भी आ रहा है। ऐसे में उन्होंने डॉक्टर के पास जाना बेहतर समझा। फिजिशियन एस चक्रवती की मानें तो पहले केवल मौसम के हिसाब से ही लोगों को सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या होती थी। अब खान-पान ठीक नहीं रहा। बच्चे खासतौर से फास्ट फूड का ज्यादा सेवन करने लगे हैं जिससे डैंड्रफ की शिकायत आम हो चुकी है। घरेलू उपचार से यदि कुछ समय में डैंड्रफ न हटे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। नहीं तो त्वचा संबंधी गंभीर बीमारी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों और युवाओं को सही मात्रा में घी, अंडा, दूध, हरी सब्जी का सेवन करना चाहिए। सेक्टर-26 स्थित ग्रेस हर्बल ब्यूटी क्लीनिक में कार्यरत शैली ने बताया कि वह डैंड्रफ से पीड़ित लोगों को घरेलू उपचार के माध्यम से ठीक करने में विश्वास रखती हैं। इसके लिए सिर पर मुल्तानी मिट्टी, अंडे की जर्दी, नींबू, सरसों का गर्म तेल लगाने को कहा जाता है। जो लोग घर पर इन चीजों का इस्तेमाल नहीं करते वे यहीं आकर ट्रीटमेंट लेते हैं। शैली ने बताया कि सर्दियों में तेल को गुनगुना कर सिर पर लगाएँ और बाद में तौलिए को गर्म पानी में डूबाकर निचोड़ने के बाद बालों में दस-पंद्रह मिनट लपेट कर रखें। यह प्रक्रिया दो-तीन बार दोहराने से डैंड्रफ बहुत हद तक खत्म हो जाता है।