आम तौर पर हम शरीर की दुर्गंध से बचने और तरोताजा महसूस करने के लिए डिओडरेंट या परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन मौसम के बदलने पर इनमें परिवर्तन की जरूरत होती है। जानिए सर्द मौसम में इनमें से किसे अपनाया जाए -
दरअसल सर्दी के दिनों में त्वचा बेहद रूखी होती है और इसमें नमी का अभाव होता है, जिससे कई बार त्वचा फटने भी लगती है। इस समय त्वचा पर ऐसी कोई भी चीज का इस्तेमाल, जो केमिकलयुक्त हो या सीधा प्रभाव डालती हो, परेशानी का सबब बन सकता है।
रूखी या फटी त्वचा पर डिओ या परफ्यूम का इस्तेमाल जलन पैदा कर सकता है या फिर त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ऐसे डिओ या मिस्ट का उपयोग करना बेहतर होगा, जो नैचुरल हों और उनमें कोई कैमिकल न हों।
इसके बजाए आप घर पर ही सुगंधित फूलों से तैयार नैचुरल इत्र या डिओ का प्रयोग कर सकते हैं। आप चाहें तो नहाने के पानी में गुलाब, मोगरा या चमेली के फूलों की पत्तियों को मिलाएं और इस पानी से स्नान करें। या फिर नहाने के पानी में गुलाबजल डालकर इस पानी से नहाएं। ऐसा करने पर आपको अलग से किसी परफ्यूम की जरूरत नहीं पड़ेगी और आप दिनभर तरोताजा और महके हुए रहेंगे।