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बेनजीर का सियासी सफर

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* श्रीमती बेनजीर भुट्टो का जन्म 21 जून 1953 में जमींदार परिवार में हुआ था।

* अपने पिता जुल्फिकार अली भुट्टो की सियासी विरासत संभालते हुए पाकिस्तान की राजनीति में प्रवेश किया।

* वर्ष 1988 में पहली बार 20 माह के लिए देश की प्रधानमंत्री बनी

* 1993 में वे दूसरी बार देश की प्रधानमंत्री बनीं, लेकिन वर्ष 1996 में उन्हें इस पद से फिर हटना पड़ा।

* औपनिवेशिक व्यवस्था के बाद वे किसी मुस्लिम राज्य के नेतृत्व के लिए चुनी गईं पहली महिला थीं।

* 1998 में वे दुबई के लिए निर्वासित हो गईं। 18 अक्टूबर 2007 को वे दोबारा पाकिस्तान लौटीं।

* जुल्फिकार अली भुट्टो की सबसे बड़ी संतान बेनजीर ने उच्च शिक्षा अमेरिका और ब्रिटेन में ली थी।

* छात्र जीवन में भी बेनजीर ने राजनीति में हिस्सा लिया और दिसंबर 1976 में ऑक्सफोर्ड यूनियन की अध्यक्ष चुनी गईं।

* उनकी शादी 18 दिसंबर 1987 को कराची में आसिफ अली जरदारी से हुआ।

* पढ़ाई पूरी करने के बाद जब बेनजीर वापस पाक लौटीं तो उनके पिता के कारावास के चलते वे घर में नजरबंद रहीं।

* 16 नवंबर 1988 को बेनजीर की पार्टी पीपीपी ने आम चुनाव में सर्वाधिक सीटों पर जीत हासिल की।

* 1989 में 'पीपुल पत्रिका' ने बेनजीर भुट्टो को उस समय की 50 सबसे खूबसूरत शख्सियतों में शामिल किया।

* 1990 में भ्रष्टाचार के आरोपों के आधार पर उनकी सरकार को बर्खास्त कर दिया गया। तब नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाया गया।

* 2006 में इंटरपोल ने बेनजीर और उनके परिवार की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए।

* 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी में बेनजीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

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