नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सोमवार को 'ऐतिहासिक' 57 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। आज राज्य के दस जिलों के 49 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ।
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान का यह आंकड़ा एक-दो फीसदी और बढ़ सकता है क्योंकि इलाकों से अंतिम रिपोर्ट अभी आना बाकी है। उप चुनाव आयुक्त और बिहार के प्रभारी उमेश सिन्हा ने कहा कि कुछ घटनाओं को छोड़कर राज्य के दस जिलों के कुल 49 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण रहा। ये क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं।
मतदान के प्रतिशत को 'ऐतिहासिक' और 'उत्साहवर्धक' बताते हुए सिन्हा ने कहा कि जिन सीटों पर आज मतदान हुआ है, 2010 के विधानसभा चुनाव में इन क्षेत्रों में 50.85 प्रतिशत मतदान हुआ था।
2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों में इन इलाकों में क्रमश: 44.08 और 55 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ते हुए 59.5 प्रतिशत मतदान किया।
सिन्हा ने मतदान के आंकड़ों का जिलेवार ब्योरा देते हुए कहा कि समस्तीपुर में 60 फीसदी मतदान हुआ, जहां पिछली बार विधानसभा चुनाव में 54.2 प्रतिशत मतदान हुआ था। बेगूसराय में 59 प्रतिशत, खगड़िया में 61 प्रतिशत, भागलपुर में 56 प्रतिशत, बांका में 58 प्रतिशत, मुंगेर में 55 प्रतिशत, लखीसराय में 54 प्रतिशत, शेखपुरा में 55 प्रतिशत, नवादा में 53 प्रतिशत और जमुई जिले में 57 फीसदी मतदान हुआ।
पिछली बार बेगूसराय में 55.85 प्रतिशत, खगड़िया में 57.02 प्रतिशत, भागलपुर में 50.09 प्रतिशत, बांका में 59.34 प्रतिशत, मुंगेर में 48.35 प्रतिशत मतदान हुआ था। अभी तक कहीं भी दोबारा मतदान कराने की कोई योजना नहीं है। नौ इलाकों में मतदाताओं ने मुख्य रूप से विकास के मुद्दों को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। (भाषा)