पटना। बिहार चुनाव से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने भी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को बड़ा झटका देते हुए उससे अलग होने का फैसला किया। पहले जीतनराम मांझी की हम, फिर उपेन्द्र कुशवाह की रालोसपा और अब हेमंत सोरेन की जेएमएम ने भी बिहार में अपनी राह अलग कर ली।
जेएमएम ने आरजेडी पर राजनीतिक मक्कारी का आरोप लगाया है तथा तेजस्वी यादव की समझदारी पर भी सवाल उठाए हैं।
पार्टी ने अपने अधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर कहा कि झामुमो अधिकार की राजनीति करती है, खैरात की नहीं। बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो परिवार ने 7 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है - चकाई, झाझा, कटोरिया, धमदाहा, नाथनगर, मनिहारी, पीरपैंती। आने वाले समय में और कितनी सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे, स्पष्ट हो जायेगा।
बताया जा रहा है कि जेएमएम ने महागठंधन में उेढ़ दर्जन सीटों की मांग की थी, जिसके पूरे नहीं होने पर उसने यह कदम उठाया है।