डबलिन की सैंडी नार्डो ने एक इतालवी संगीतकार के साथ 19 वर्ष की उम्र में अपना कौमार्य खोने के साथ अपने साथ सोने वाले पुरुषों का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड भी रखा है। इस रिकॉर्ड में उन्होंने विवाहित पुरुषों, थ्रीसम और अपने पूर्व पति को भी चिन्हित किया है।
विदित हो कि सैंडी अपने साथ करीब 140 लोगों को अंकशायिनी बन चुकी हैं। सैंडी नार्डो अपने परफॉर्म ऐप्रेजल में पुरुष की भावनात्मक स्थिति, सेक्स और किसिंग, लुक्स (सामने करने), शरीर सुख देने की क्षमता और अवधि के लिए अंक देती रही हैं।
करीब तीस वर्ष पहले उनकी शादी हुई थी और पर उन्होंने शादी के छह माह के बाद पतियों से छुटकारा पा लिया। वे डबलिन के कैथलिक कॉन्वेंट स्कूल गईं और 19 वर्षी की उम्र में जब हिचहाइकिंग कर रही थीं, तब एक संगीतकार के साथ उन्होंने समागम किया।
तब 21 वर्षीय लुसियानो ने इनके साथ ही पहली बार समागम किया था। सैंडी खुद अपने आप को सेक्स एडिक्ट मानती हैं और वे मानती हैं कि उन्होंने दुनिया भर के 140 लोगों के साथ सो चुकी हैं। वे मानती हैं कि यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है कि वे हमेशा ही सही संख्या को याद नहीं रख सकती हैं।
ऐसे भी रहे सेंडी के सेक्स अनुभव... पढ़ें अगले पेज पर...
इसके साथ ही वे कहती हैं कि
मैंने जो कुछ भी किया है, उसका उन्हें कोई दुख नहीं है। वे कहती हैं कि कभी-कभी सेक्स का अनुभव अद्भुत था, कभी यह दिमाग को सुन्न करने वाला रहा है, लेकिन इन अनुभवों ने ही मुझे यह बना दिया है जो कि मैं आज हूं। वे कहती हैं कि उन्होंने सारी दुनिया घूमी है और वे तीस से अधिक देशों के व्यक्तियों के साथ सो चुकी हैं। उनकी यह यात्रा कभी एक बर्लास्कडांसर (मजाक करने वाली डांसर) और एक अनुवादक और कभी एक पुस्तकप्रेमी के तौर पर दुनिया के सामने रही हैं।
उन्होंने सभी पुरुषों को गोपनीय तरीके से पूर्णांक दस में से नंबर दिए जो कि उनकी प्रतिभाओं, उनके चेहरे मोहरे, उनकी सम्पत्ति और उनके सेक्स के साथ लंबाई को लेकर था। उन्होंने इन लोगों की भावनात्मक स्थिति के लिए क्रमश: ई फॉर यूकी, बी फॉर बोर्ड, वाइ फॉर यम और यम फॉर फन।
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उनका जिन लोगों के साथ संबंध रहा उनमें सबसे ज्यादा प्रिय 'मैक' रहा जो कि उनके साथ बीस वर्ष तक सोया। उनके साथ एक इंग्लिश बैंकर भी नब्बे के दशक में डेढ़ साल तक सोया। उसका वायदा था कि वह उनके साथ रहने के लिए अपनी पत्नी को तलाक नहीं देगा, लेकिन उसने ऐसा कभी नहीं किया। उन्होंने अपने पूर्व पति 30 वर्षीय रीको को अंक दिए जिन्होंने 30 वर्ष की आयु में मिलान में एक साल का साथ गुजारा था।
उन्होंने कहा कि उस समय हम दोनों की जिंदगी अशांत चल रही थी, लेकिन तब उन्होंने मार्को को जन्म दिया था जो कि अब 23 वर्ष का है। लड़के को भी अपनी मां के निरंकुश तौरतरीके पसंद थे। उनका कहना था कि वह नाराज होता था और उसे इस बात पर आपत्ति थी कि मैं अपनी जिंदगी कैसे गुजारती हूं, लेकिन उसने मुझे स्वीकार कर लिया था। मैंने उससे कहा था कि यह चीता अपने धब्बों को नहीं बदल सकता है।
पार्टियों की भारी शौकीन रही सैंडी दुनिया के विभिन्न देशों में घूमती रहीं लेकिन आखिर में वे घर लौट आईं क्योंकि उनको अपनी मां, मैरी (87) की देखभाल करना थी जो कि समृति लोप (डिमेंशिया) की शिकार हो चुकीं हैं। वे अब कहती है कि मुझे अपनी मां की देखभाल ही करनी है, जिनकी अभी तक केवल यादें ही साथ रही हैं।