जापान के अरुचिकर और कष्टप्रद सेक्स डॉल उद्योग ने एक परिपूर्ण कृत्रिम डॉल बनाने में एक नया मुकाम हासिल कर लिया है। उद्योग ने एक हजार पौंड की एक ऐसी 'डच वाइफ' बनाई है जिसकी त्वचा का स्पर्श बिल्कुल वास्तविक होता है। एक फर्म ओरिएंट इंडस्ट्री का दावा है कि उसकी डॉल्स अब तक की सबसे ज्यादा वास्तविक हैं। इनकी त्वचा का स्पर्श वास्तविक लगता है और इसकी आंखें वास्तविक दिखती हैं। इन्हें 'डच वाइव्स' के नाम से बेचा जाता है और इनमें से प्रत्येक की कीमत एक हजार पौंड से अधिक है। कंपनी का कहना है कि इसकी शुरुआती बिक्री से यह संकेत मिलता है कि यह उत्पाद बहुत अधिक सफल रहा है।
डेली मेल ऑनलाइन में जेनिफर न्यूटन अपने लेख में कहती हैं कि एक जापानी कंपनी का दावा है कि उसने सर्वाधिक वास्तविक लगने वली सेक्स डॉल बनाने में सफलता हासिल की है। इसकी आंखें बिलकुल असली दिखती हैं और त्वचा पूरी तरह से वास्तविक महसूस होती है।
ओरिएंट कंपनी का कहना है कि उसकी डॉल्स की नई रैंज हाई क्वालिटी की सिलिकॉन से बनाई जाती हैं और ये इतनी वास्तविक लगती हैं कि पहली नजर में आप इन्हें वास्तविक गर्लफ्रेंड समझने की भूल कर सकते हैं। ये डॉल्स नन फ्लैटेबल हैं यानी आपको इनमें हवा भरने की जरूरत नहीं होगी। मीडिया में कंपनी के विज्ञापन में कहा गया है जो कोई भी इसे खरीदेगा उसे फिर से गर्लफ्रेंड की कभी जरूरत नहीं पड़ेगी।
संभावित ग्राहक इनके लिए अपनी पसंद के कपड़े बता सकते हैं, उनकी कमर की नाप बता सकते हैं, उसके चेहरे मोहरे और बालों के रंग को भी तय कर सकते हैं। कहने का अर्थ है कि ये डॉल्स जापान की हाई टेक इंडस्ट्री का एक हिस्सा हैं जो कि निरंतर इस बात की कोशिश कर रही है कि सेक्स टॉयज को कितना अधिक वास्तविक बनाया जा सकता है।
डॉल्स के नवीनतम मॉडल्स ऐसे हैं, जिनके जोड़ सचल होते हैं और इस कारण से इनके खरीददार इन्हें विभिन्न स्थितियों में रख सकते हैं। कंपनी की प्रवक्ता ओसामी सेतो का कहना है कि जिन क्षेत्रों पर हमें ध्यान देना था, वे थे त्वचा और आंखें। इन दोनों को ही हमने जहां तक संभव हो सका, वास्तविक बनाने का प्रयास किया है।