यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि वह जोड़ा परफेक्ट मैच होता है जिस पति और पत्नी के डीएनए एक जैसे होते हैं। वैज्ञानिकों ने 800 विवाहित जोड़ों के डीएनए का अध्ययन किया और पाया कि उनमें अजनबियों की तुलना में अधिकाधिक डीएनए एक जैसे थे। शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसा होने पर ही पति-पत्नी ज्यादातर एक दूसरे जैसे होते हैं।
इस बात का पता लगाने के लिए बिहेवियरल साइंटिस्टों ने 800 से ज्यादा दम्पतियों के डीएनए का परीक्षण किया और पाया कि उनके डीएनए ज्यादातर एक जैसे हैं जबकि शोध के लिए एकत्र किए गए अजनबी जोड़ों में यह बात नहीं देखी गई। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बात को आंशिक तौर पर इन बातों से भी समझा जा सकता है कि लोग उस व्यक्ति से विवाह करना पसंद करते हैं जो कि पास में ही रहता हो या फिर एक जैसी प्रजाति का हो। इसके बावजूद हम उन पति-पत्नियों की ओर अधिक आकर्षित होते हैं जिनके जीन्स हमारे समान होते हैं।
शोधकर्ता बेन डेमिंग का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि लोग कैसे सही आदमी का पता लगा लेते हैं, लेकिन यह इतना सरल हो सकता है कि जैसे कि कुछ बातों पर असर डालने वाले जीन्स जैसे कि लम्बाई। अगर कोई छोटा या लम्बा है तो वह अपनी आंखें किसी ऐसे व्यक्ति पर स्थिर करता है जो कि उसी की बराबरी का हो। इस तरह वे अनजाने में ही ऐसे साथी को चुन लेते हैं, जिसका डीएनए समान होता है।
यह भी संभव है कि एक जैसे जीन्स के लोग अपने शौक या शैक्षणिक रुचियों के कारण मिलते हैं। हालांकि उनका यह अध्ययन पूर्व में जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल अकादमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित एक शोध से मेल नहीं खाता है कि जिसमें कहा गया है कि एक दूसरे से प्रतिकूल लोग आकृष्ट करते हैं।
और क्या कहता है शोध... पढ़ें अगले पेज पर....
इस शोध में कहा गया है कि सारा फोकस जीन्स पर होता है क्योंकि ये हमारी शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता पर नियंत्रण करते हैं और यह दर्शाते हैं कि हम ऐसे साथी को खोजते हैं जिसका इम्यून सिस्टम हमारे अपने से बहुत अलग होता है।
ऐसा माना जाता है कि अलग इम्यून सिस्टम वाले यह सुनिश्चित करते हैं कि ऐसे दम्पतियों की होने वाली संतानों में बीमारियों से लड़ने की अधिकाधिक क्षमता हो। लेकिन 2010 में एक अध्ययन में कहा गया है कि लोग अपने लिए ऐसा साथी चुनना पसंद करते हैं जिसकी पसंद उनके अपनी जैसी होती है।
मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पता लगाया था कि क्या दम्पति प्रत्येक विबाह तिथि के साथ-साथ एक दूसरे जैसे होते चले जाते हैं या फिर दोनों के बीच समानताओं ने उन्हें मिलाने का काम किया था।
वैज्ञानिकों ने करीब 1300 दम्पतियों से पूछताछ कर जाना कि नवविवाहितों में आशावाद, बहिर्मुखता, दूसरों को आदेश देने की प्रवृत्ति और रूढ़िवादिता जैसी बातें एक जैसी थीं। ठीक वैसे ही जैसे कि जो जोड़े वर्षों से एक दूसरे के साथ रह रहे थे।