लिंग को बढ़ाने के लिए किए जाने वाले ऑपरेशनों में जर्मनी दुनिया भर की राजधानी है। दुनिया में लिंग बढ़ाने के लिए पांच में से एक ऑपरेशन जर्मनी में किया जाता है। इसके लिए दुनिया भर से हजारों की संख्या में लोग यहां आते हैं और अपने इलाज पर कम से कम 7500 पौंड खर्च करते हैं। जर्मनी की इस विशेषता का दावा आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित है।
इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ एस्थेटिक प्लास्टिक सर्जन्स (आईएसएपीएस) से मिले आंकड़ों की जानकारी के मुताबिक वर्ष 2013 में कुल 2786 लोगों ने ऑपरेशन कराए जबकि इस अवधि में सारी दुनिया में किए गए ऑपरेशनों की संख्या 15,414 थी। इसका अर्थ है कि प्रत्येक पांच में से एक व्यक्ति ने अपना ऑपरेशन जर्मनी में कराया।
जर्मन सेंटर फॉर यूरोलॉजी एंड फैलोप्लास्टी सर्जरी का दावा है कि यह लिंग की लम्बाई 6 सेमी तक और चौड़ाई 3 सेमी तक बढ़ा सकता है। इस संस्था के आंकडे मरीजों की राष्ट्रीयता के आधार पर नहीं हैं इसलिए कहा जा सकता है कि यहां किए गए सभी ऑपरेशन जर्मन पुरुषों या जर्मनवासियों पर ही किए गए हैं।
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इसके बाद सबसे ज्यादा ऑपरेशन 473 वेनेजुएला में कराए गए। स्पेन में ऐसे ऑपरेशन कराने वालों की संख्या 471 थी। इनके अलावा, 295 लोगों ने मैक्सिको में सर्जरी कराई। कोलम्बिया में ऐसे ऑपरेशनों की संख्या 266, इटली में 256 और ब्राजील में 219 ऑपरेशन किए गए। इसी तरह अर्जेंटीना में 73, अमेरिका में 61 और ईरान में भी 12 ऑपरेशन किए गए, लेकिन आईएसएपीएस ने ब्रिटेन के लिए कोई आंकड़े जारी नहीं किए। संस्था का कहना है कि वर्ष 2013 के दौरान कुल मिलाकर 2 करोड़ 30 लाख कॉस्मेटिक और नॉन सर्जिकल प्रोसीजर्स किए गए।
इन ऑपरेशनों के मामलों में अमेरिका शीर्ष पर रहा और यहां करीब 40 लाख से ज्यादा लोगों ने नाइफ या नीडल की मदद से ऑपरेशन कराए। दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय कॉस्मेटिक प्रोसीजर बोटोक्स का है। प्राणघातक टॉक्सिन को बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमी करने के लिए फेसियल मसल्स (चेहरे की मांसपेशियों) में इंजेक्शन लगा दिया जाता है। लोकप्रिय लेकिन अन्य गैर-सर्जीकल इलाजों में फिलर्स, लेसर हेयर रिमूवल और केमिकल पील्स की प्रक्रिया होती है।