भाजपा ने शुक्रवार को गंगा नदी के शुद्धिकरण के लिए खुद के स्तर पर पहल करते हुए पार्टी की एक समिति का गठन किया और भाजपा द्वारा शासित सभी राज्यों को इस दिशा में काम करने का निर्देश दिया।
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने यहाँ राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में इस समिति के गठन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि गंगा नदी धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताओं का प्रतीक ही नहीं बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था से करीब से जुड़ी है और इसका संरक्षण देश के विकास तथा समृद्धि के लिए आवश्यक है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के बाद से कांग्रेस शासन के तमाम वर्षों में गंगा की अनदेखी के कारण वह एक पवित्र नदी के बजाय भारत के अधिकतर भागों में गंदे नाले में बदल चुकी है।
गडकरी ने कहा कि उनकी पार्टी द्वारा शासित जिन भी राज्यों से गंगा होकर बहती है, वे राज्य उसकी सफाई और शुद्धिकरण की दिशा में प्राथमिकता के तौर पर कार्य शुरू करेंगे तथा आगामी दिनों में जिन भी ऐसे राज्यों में भाजपा शासन में आएगी जहाँ गंगा बहती है,वहाँ की सरकारें भी गंगा के शुद्धिकरण का काम करेंगी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि गंगा से देश की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक खुशहाली जुड़ी है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1984-85 के बाद से केन्द्र सरकार गंगा शुद्धिकरण कार्ययोजना के नाम पर तीन हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है लेकिन गंगा नदी साफ होने की बजाय और मैली हो गई है।
इस समिति के अन्य सदस्यों में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और विनय कटियार आदि हैं। (भाषा)