Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

गडकरी ने दिखाए कड़े तेवर

हमें फॉलो करें गडकरी ने दिखाए कड़े तेवर
इंदौर , गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010 (17:18 IST)
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में कड़े तेवर दिखाते हुए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने पार्टी में आंतरिक घमासान के लिए सीधे तौर पर पार्टी के शीर्ष नेताओं को जिम्मेदार ठहरा दिया। गडकरी ने शीर्ष नेताओं को खरी-खरी सुनाते हुए यहाँ तक कह दिया कि पिछले कुछ अर्से में पार्टी की जो छवि प्रभावित हुई है उसके लिए पार्टी के बड़े नेताओं का आचरण भी कम जिम्मेदार नहीं है। बकौल गडकरी पार्टी का सम्मान पार्टी के छोटे कार्यकर्ताओं की वजह से खराब नहीं होता बल्कि उन लोगों से हो रहा है जिन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया है।

गडकरी भाजपा की कार्यकारिणी में जब यह अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे तो मंच पर एक तरफ पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथसिंह बैठे थे और दूसरी तरफ राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली मंच पर मौजूद थे।

माना जा रहा है कि गडकरी ने राजनाथ के कार्यकाल में शीर्ष नेताओं के बीच मचे हुए घमासान पर चोट की है।

सूत्र बताते हैं कि कार्यकारिणी की बैठक में राजनाथ ने किसी का नाम लिए बिना जिस अंदाज में अपना दर्द व्यक्त किया और किसी गलती या मतभेद के लिए पार्टी नेताओं से क्षमा माँगी, उसे भी गडकरी की भाषण से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनाथ ने कार्यकारिणी की बैठक के दौरान कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बैठे व्यक्ति को विक्रमादित्य की तरह होना चाहिए और सबके साथ एक सा निष्पक्ष आचरण करना चाहिए।

असल में एक ओर कार्यकारिणी की बैठक में गडकरी जहाँ कड़े तेवर दिखा रहे थे, वहीं दूसरी ओर राजस्थान विधानसभा में अभी तक नेता विपक्ष के पद पर काबिज वसुंधरा राजे के इस्तीफे को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार गडकरी के कड़े तेवरों के बाद इस अधिवेशन के दौरान ही नेता विपक्ष के पद से वसुंधरा के इस्तीफे पर फैसला होना तय है। गडकरी के संदेश से यह भी साफ हो गया है कि भाजपा में टिकटों का बँटवारा भी यह तेरा है यह मेरा है के आधार पर नहीं होगा। गडकरी के भाषण का एक और संकेत है कि पार्टी महँगाई व दूसरे मुद्दों पर सड़क पर संघर्ष करेगी।

इस बीच चेहरों के बजाए विचारधारा और काम पर पार्टी को चलाने का संदेश दे रहे गडकरी की भाजपा में महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यक नेताओं का भी रुतबा बढ़ने जा रहा है। पार्टी संविधान में संशोधन कर कार्यकारिणी का आकार बढ़ाने पर विचार मंथन पूरा हो चुका है। अब संगठन में 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण मिलेगा। (नईदुनिया)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi