शाहरुख खान और अक्षय कुमार की फिल्में 11 अगस्त को एक ही दिन प्रदर्शित होने वाली थीं, लेकिन यह टकराव टल गया है। इससे फिल्म उद्योग और सिनेमाघर मालिक खुश हैं क्योंकि टकराव से किसी का भला नहीं होता। पिछली कुछ बॉक्स ऑफिस टक्करों से यह बात साबित भी हुईं।
शाहरुख खान और इम्तियाज अली ने 'जब हैरी मेट सेजल' को 11 अगस्त को प्रदर्शित करने की घोषणा बहुत पहले कर दी थी। इस सप्ताह में स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी है जिसका अतिरिक्त लाभ फिल्म को मिलेगा।
अक्षय कुमार की 'टॉयलेट- एक प्रेम कथा' पहले जून में प्रदर्शित होने वाली थी, लेकिन बाद में इसे 11 अगस्त को रिलीज करने का फैसला लिया गया।
शाहरुख खेमा इससे चिंतित हो गया। किंग खान की पिछली कुछ फिल्में खास प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं और उनकी फिल्म को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सामने कोई फिल्म नहीं चाहिए। आखिरकार शाहरुख ने अपनी फिल्म एक सप्ताह पहले, 4 अगस्त को, प्रदर्शित करने का निर्णय लिया।
भले ही दोनों फिल्में अलग-अलग सप्ताहों में रिलीज हो रही हैं, लेकिन इससे इनका व्यवसाय बहुत ज्यादा हो जाएगा इसकी उम्मीद कम है। शाहरुख और अक्षय की यह फिल्म 200 करोड़ तक नहीं पहुंच सकती।
शाहरुख खान की फिल्मों को दो सौ करोड़ का आंकड़ा पार किए हुए लंबा समय हो गया है। अब उनकी फिल्में डेढ़ सौ करोड़ के आंकड़े तक भी बमुश्किल पहुंच पाती हैं। ऐसे में इस फिल्म से 200 करोड़ की उम्मीद बेमानी होगी। इस फिल्म के निर्देशक इम्तियाज अली की भी पिछली कुछ फिल्में असफल रही हैं।
अक्षय कुमार की फिल्मों ने अब तक दो सौ करोड़ का आंकड़ा छुआ नहीं है। 'टॉयलेट- एक प्रेम कथा' का विषय ऐसा नहीं है जो सबको अपील करे। लिहाजा दो सौ करोड़ का आंकड़ा पार करना इस फिल्म के भी बस की बात नहीं है।