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सलमान खान की श्रेष्ठ फिल्में

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हमें फॉलो करें सलमान खान

समय ताम्रकर

1988 में प्रदर्शित ‘बीवी हो तो ऐसी’ में छोटे-से रोल के जरिये सलमान खान ने अपना सफर शुरू किया। फिर 1989 में मैंने प्यार किया के रूप में हीरो के रूप में शुरुआत की और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। हीरो के रूप में 25 साल के लंबे करियर में उन्होंने कई सफल फिल्में दी हैं। आइए बात करते हैं उनकी श्रेष्ठ फिल्मों की।

बजरंगी भाईजान (2015)
 


लगातार फॉर्मूला फिल्म करने वाले सलमान खान ने 'बजरंगी भाईजान' कर प्रशंसकों और फिल्म समीक्षकों को चौंका दिया। उनकी छवि ने अनुरूप 'बजरंगी' का किरदार गढ़ा गया जो लोगों के दिल को छू गया। कहानी में वे एक छोटी, मासूम और मूक बच्ची को तमाम परेशानियों के बीच उसके देश पहुंचाने जाते हैं। हिंदू-मुस्लिम, भारत-पाक जैसे नाजुक विषयों को फिल्मों में बखूबी उभारा गया और फिल्म प्यार के उस संदेश को ताकत देती है जिसके आगे सरहद और धर्म गौण हैं। बजरंगी का किरदार सलमान ने क्या खूब निभाया। वे मासूम, सहृदय, दयालु इंसान के रूप में नजर आए जिसके इरादे चट्टान की तरह मजबूत और जिस्मों में फौलाद है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई। 


1988 में प्रदर्शित ‘बीवी हो तो ऐसी’ में छोटे-से रोल के जरिये सलमान खान ने अपना सफर शुरू किया। फिर 1989 में मैंने प्यार किया के रूप में हीरो के रूप में शुरुआत की और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। हीरो के रूप में 25 साल के लंबे करियर में उन्होंने कई सफल फिल्में दी हैं। आइए बात करते हैं उनकी श्रेष्ठ फिल्मों की। 

 

दबंग (2010)

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’दबंग’ की सफलता की सलमान को बहुत जरूरत थी क्योंकि उनकी कई फिल्में फ्लॉप हुई थी। सत्तर के दशक की फिल्मों की तरह इसे बनाया गया और सलमान खान के कैरेक्टर को इस तरह पेश किया गया कि लोग दीवाने हो गए। चुलबुल पांडे के रूप में सलमान ने जो दबंगता दिखाई वो दर्शकों को बहुत अच्छी लगी। मधुर संगीत, जबरदस्त एक्शन और मुन्नी बदनाम हुई गाने के कारण यह सलमान के करियर की सर्वाधिक सफल फिल्मों में से एक साबित हुई।


वॉन्टेड (2009)

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कमियों की बाद की जाए तो ‘वॉन्टेड’ में ढेर सारी ‍खामियाँ थीं, लेकिन इसके बावजूद फिल्म ने सफलता के झंडे गाड़ दिए। इसका सारा श्रेय सलमान को जाता है। सलमान ने वो स्टाइल, वो एक्शन और वो तेवर अपनाएँ जो उनके प्रशंसक चाहते हैं। कम बोलने वाला, बेफिक्र, निडर, गरम दिमाग, फौलाद शरीर, दिल का मासूम, अपनी शर्तों पर काम करने वाला। सलमान का यही रूप तो उनके प्रशंसकों को अच्छा लगता है क्योंकि सलमान भी बहुत कुछ ऐसे ही हैं। ऐसा लगा कि हम राधे को नहीं बल्कि सलमान को देख रहे हों। सलमान के एक्शन और अभिनय के कारण दर्शकों ने ‘वॉन्टेड’ को हाथो-हाथ लिया।


हम दिल दे चुके सनम (1999)

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यह फिल्म तब बनी जब सलमान और ऐश्वर्या एक-दूसरे को चाहने लगे थे। इसलिए उनकी प्रेम कहानी पर्दे पर बनावटी नहीं लगी। उनके चेहरे के भाव उनके प्रेम की सच्चाई को बयां कर रहे थे। इस फिल्म मे सलमान का किरदार ऐश्वर्या को डूबकर प्यार करता है, लेकिन पारिवारिक विरोध के कारण ऐश्वर्या की शादी दूसरे के साथ हो जाती है। इस प्यार और दर्द को सलमान ने बखूबी पर्दे पर पेश किया और फिल्म के नाम को सार्थक किया।


हम आपके हैं कौन (1994)

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’वॉन्टेड’ का राधे और ‘हम आपके हैं कौन’ के प्रेम में जमीन-आसमान का अंतर है। ‘वॉन्टेड’ का किरदार यदि तीखे मसालों वाली बिरयानी है तो ‘हम आपके हैं कौन’ का प्रेम शाकाहारी थाली है। वह एक आदर्श इंसान है। सीधा-सादा, बड़ों की हर बात मानने वाला, सौम्य, मासूम। सलमान ने बखूबी इस किरदार को जिया। हैंडसम सलमान और ब्यूटीफुल माधुरी की जोड़ी ने दर्शकों के मुँह से निकलवा दिया ‘वाह-वाह, रामजी, जोड़ी क्या बनाई।‘ ‘हम आपके हैं कौन’ बॉलीवुड की सफलतम फिल्मों में से एक है।


अंदाज अपना अपना (1994)

 

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सलमान ने अपने लंबे करियर में कई हास्य फिल्में की हैं। वे कितने अच्छे हास्य कलाकार हैं, ये जानने के लिए सिर्फ ‘अंदाज अपना-अपना’ देखी जा सकती है। इस फिल्म में आमिर खान का किरदार तेज-तर्रार व्यक्ति का है। जो हर पल नए-नए पैंतरें सोचता है। उनकी तुलना में सलमान का किरदार थोड़ा दब्बू किस्म का है, जिसकी ट्यूबलाइट थोड़ी देर से जलती है। इस कमजोर किरदार के बावजूद सलमान ने आमिर को कड़ी टक्कर दी और कहीं-कहीं तो भारी भी पड़े। सलमान ने दिखा दिया कि रोमांस हो या एक्शन हो या कॉमेडी, उनका अंदाज भी किसी से कम नहीं है।


मैंने प्यार किया (1989)

 

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उस समय एक्शन फिल्मों का बोलबाला था। सिनेमा हॉल की बजाय घर पर वीसीआर पर फिल्म देखना शान की बात मानी जाती थी। नए हीरो के साथ रोमांटिक फिल्म बनाना रिस्की था। सूरज बड़जात्या ने हिम्मत दिखाई और सलमान खान को हीरो बना दिया। बेहद कम प्रिंट्स के साथ इस फिल्म को रिलीज किया गया। लेकिन दर्शकों ने इस फिल्म को इतना प्यार दिया कि प्रिंट्स की संख्या हर सप्ताह बढ़ने लगी। सलमान का उम्दा अभिनय, हिट संगीत और सूरज के कुशल निर्देशन ने फिल्म को ऐतिहासिक सफलता दिला दी। ‘मैंने प्यार किया’ के जरिये बॉलीवुड को एक नया हीरो, एक नया स्टार मिल गया। उसने कहा मैंने प्यार किया तो लोगों ने भी बदले में उसे खूब प्यार दिया, जो अब तक जारी है।


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