एनडीटीवी की वेबसाइट पर करण जौहर ने एक ब्लॉग लिखा है, जिसमें सेक्स के इर्दगिर्द उन्होंने अपनी 'मन की बात' कही है। करण की सेक्स लाइफ को लेकर बॉलीवुड के गलियारों में अक्सर खुसपुस होती रहती है। जवानी के दिनों में राजेश खन्ना और डिम्पल की बेटी ट्विंकल पर करण फिदा थे, लेकिन प्यार का इज़हार करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। उसके बाद उनकी किसी महिला से नजदीकी की चर्चा नहीं हुई। हां, बॉलीवुड की खूबसूरत महिलाओं से उनकी गहरी दोस्ती है।
करण बचपन में मोटे, शर्मीले और भोंदू किस्म के लड़के थे। उनका कोई दोस्त नहीं था। अपने हमउम्र बच्चों के साथ वे खेलना पसंद नहीं करते थे। यश और हीरू जौहर की वे एकमात्र संतान हैं इसलिए माता-पिता का लाड़-प्यार उन्हें ज्यादा ही मिला।
शर्मीले करण की जिंदगी में बदलाव तब आया जब वे आदित्य चोपड़ा और शाहरुख खान के सम्पर्क में आए। फिल्म बनाने की विधा उन्होंने आदित्य से सीखी और जिंदगी जीने का तरीका शाहरुख से उन्होंने पाया। बचपन में कम बोलने वाला अंतर्मुखी करण इन दिनों बेहद वाचाल है और अपने आपको जाहिर करने में जरा भी नहीं हिचकिचाते।
बहरहाल, एनडीटीवी के लिए लेख में करण ने उन मुद्दों पर बात की है जिस पर आम आदमी बोलने में हिचकता है। मुखमैथुन और कौमार्य पर उन्होंने अपने निजी अनुभव बताए हैं। करण लिखते हैं कि 26 वर्ष की उम्र में उन्होंने कौमार्य खोया। यह बात उनकी पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' के प्रदर्शित होने के बाद की है। 'ब्लो जॉब' के बारे में बचपन का किस्सा करण ने साझा किया है।
पोर्न फिल्मों के बारे में करण लिखते हैं कि उन्हें पोर्न फिल्में पसंद नहीं है। वे सवाल उछालते हैं कि दूसरे 'फन' करते हैं तो आप इसका मजा कैसे ले सकते हैं? उन्हें पोर्न फिल्म देख उत्तेजना महसूस नहीं होती। करण का कहना है कि वे सेक्स करने के पीछे भागते नहीं हैं। शायद उन्हें अब सेक्स करना लुभाता भी नहीं है।
मजेदार बात तो यह हुई कि इस ब्लॉग को टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर लगा दिया और वो भी साभार की लाइन लगाए बिना। एनडीटीवी डॉट कॉम की मैनेजिंग एडिटर सुपर्णा सिंह इससे खासी नाराज हो गईं। उन्होंने ट्विटर पर नाराजगी का इजहार किया। उनका कहना था कि करण ने 'एक्सक्लूसिव्ह' आर्टिकल उनकी वेबसाइट के लिए लिखा है।
जवाब में टाइम्स डिजीटल के चीफ एडिटर राजेश कालरा ने सुपर्णा से ट्वीट कर 'सॉरी कहा। उन्होंने माना कि क्रेडिट दिया जाना था। बाद में उन्होंने अपनी वेबसाइट से यह लेख हटा लिया।
जहां करण जौहर ने अपने उजागर होने के दायरे को और बढ़ाया वहीं दो बड़े मीडिया हाउस की कार्यशैली ने पत्रकार जगत के समूह को सोचने के लिए काफी मसाला दे दिया है।