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एक मुट्ठी आसमान... न्याय प्रणाली पर प्रकाश झा का गाना

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हमें फॉलो करें प्रकाश झा
- रूना आशीष
 
प्रकाश झा अपनी फिल्मों के जरिये कभी आरक्षण का मुद्दा उठाते हैं तो कभी अपहरण का। अब उन्होंने देश की न्याय प्रणाली को सुगम बताने की कोशिश एक गाने द्वारा की है। इस गाने का नाम एक मुट्ठी आसमान दिया गया है। 
 
प्रकाश झा कहते हैं कि “हमारे देश के मुख्य न्यायाधीश ऑनरेबल जस्टिस टीएस ठाकुर ने मुझसे इस मामले में कहा भी था कि एक क़ानून ऐसा भी है जो देश के गरीब तबके, महिलाओं और बच्चों के साथ किसी भी तरह की परेशानी पेश आने पर उसे न्याय दिलाएगा और इसके लिए उसे कोर्ट की भागदौड़ करने की भी ज़रूरत नहीं है। नाल्सा यानी द नेशनल लीगल सर्विसेस अथॉरिटी उसकी परेशानियों को कम भी करेगी और उसके लिए फैसलों को न्यायालय की भी मान्यता है। नाल्सा के काम-काज को देश के मुख्य न्यायाधीश के की देख रेख में किया जाता है। नाल्सा के एक्ज़ीक्युटिव चेयरमैन ऑनेरेबल जस्टिस अनिल आर दवे हैं।”
प्रकाश बताते हैं कि “मैं भी पहले ये सब नहीं जानता था औऱ जब इस बारे में जाना तो लगा कि जिस संजीदगी से ये लोग इस काम के लिए लगे हुए हैं उसके बाद मुझे भी इस सुविधा और इस कानून के बारे में सबको बताना चाहिए।”
 
एक मुट्ठी आसमान नाम के इस गाने के लिए प्रकाश झा ने पूरे देश में चक्कर लगाया है। इस गाने की शूटिंग 20 राज्यों में की गई है, जिसमें देश के उत्तरी प्रांत कश्मीर, तो सुदूर पूर्वी प्रांत सिक्किम से लेकर केरल और झारखंड में भी शूट किया है। 
 
जब उनसे ये पूछा गया कि इस गाने को उन्होंने ख़ुद निर्देशित क्यों नहीं किया तो उनका कहना था कि “किसी ना किसी को तो करना ही था, माधवी ने जिस शिद्दत के साथ इस विषय पर काम किया है उसके बाद उन्हे ये काम सौंपा गया। ”
 
इस गाने को आवाज़ सोनू निगम ने दी है औऱ संगीत सलीम सुलेमान का है। गाने के गीतकार मनोज मुंतशीर है और इस गाने के निर्देशन की कमान प्रकाश झा ने अपनी एक असिस्टेंट माधवी भट्ट को दी है। 
 
प्रकाश झा इस गाने के बाद तकरीबन 13 छोटी-छोटी कहानियां भी बनाने वाले हैं ताकि इन कहानियों को भी लोगों तक पहुंचाया जा सके। 
 
नाल्सा के बारे में : 
नाल्स का काम गरीब, मेहनतकश मजदूर और कामकाजी महिलाओंं तक न्याय और न्यायालय की पहुंच बढ़ाना है। ये निशुल्क क़ानूनी सेवा है जिसका लाभ निचले तबके के लोग उठा सकते हैं, ताकि उन्हें किसी भी हाल में ये ना लगे कि क़ानून किसी वर्ग विशेष के लिए ही बना है। नाल्सा की राज्य स्तरीय और ज़िला स्तरीय शाखाएं भी हैं, जिसे जिला स्तरीय न्यायाधीश या हाइकोर्ट के जज की अध्यक्षता में चलाया जाता है। हाइकोर्ट या जिला कोर्ट में इसके लिए एक अलग डिपार्टमेंट भी होता है। 9 नवंबर को नाल्सा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
 

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