Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सिमरन, लखनऊ सेंट्रल, पटेल की पंजाबी शादी: कौन मारेगा बाजी?

हमें फॉलो करें सिमरन, लखनऊ सेंट्रल, पटेल की पंजाबी शादी: कौन मारेगा बाजी?

समय ताम्रकर

15 सितंबर को यूं तो कई फिल्मों का प्रदर्शन होने जा रहा है, लेकिन ये फिल्में दर्शकों में उत्साह नहीं जगा पाई हैं। लिहाजा इन सभी फिल्मों की ओपनिंग ठंडी ही रहेगी और ये माउथ पब्लिसिटी पर ही निर्भर हैं। 
 
फिल्म 'सिमरन' में कंगना रनौट हैं जो पिछले कुछ दिनों से इस फिल्म के कारण कम और अन्य कारणों से ज्यादा चर्चा में हैं। रितिक रोशन की तरफ फिर उन्होंने अपनी तोप का मुंह कर दिया है और गोले बरसाए जा रही हैं। उनकी इस हरकत पर कुछ लोगों का कहना है कि यह सब फिल्म के प्रचार के लिए किया जा रहा है। यदि वे ऐसा कर भी रहीं हो तो इससे फिल्म को कुछ फायदा नहीं होगा। आजकल लोग समझदार हो गए हैं और इस तरह की बातों से कम ही प्रभावित होते हैं। 
 
'सिमरन' का आकर्षण कंगना नहीं वरन निर्देशक हंसल मेहता हैं। वे शाहिद और अलीगढ़ जैसी उम्दा फिल्में बना चुके हैं। इस बार उन्होंने कुछ अलग करने की कोशिश की है और यह क्या है, देखने के लिए कुछ लोग थिएटर जा सकते हैं। हालांकि फिल्म का प्रचार ठीक से नहीं किया गया है और दर्शकों को इस फिल्म के बारे में बहुत कम जानकारी है। 
 
लखनऊ सेंट्रल भी 15 सितंबर को ही रिलीज होने वाली है। इससे मिलती-जुलती कहानी पर आधारित 'कैदी बैंड' कुछ दिनों पूर्व रिलीज हुई थी और बुरी तरह असफल रही थी। यशराज फिल्म्स की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्म इसे माना गया। कैदी बैंड के पिटने से 'लखनऊ सेंट्रल' के मेकर्स ने थोड़ी राहत की सांस ली होगी वरना वो फिल्म चल जाती तो थोड़ा नुकसान उठाना पड़ता। 
 
लखनऊ सेंट्रल में फरहान अख्तर लीड रोल में हैं जिनकी बतौर हीरो पिछली कुछ फिल्में असफल रही हैं। अच्‍छा हो कि वे फिल्म निर्देशित करें। फरहान के अलावा डायना पेंटी, रोनित रॉय, दीपक डोब्रियाल, राजेश शर्मा जैसे दमदार कलाकार इस फिल्म में हैं, लेकिन ये अपने दम पर भीड़ नहीं खींच पाते हैं। 
 
फिल्म का प्रचार बहुत कमजोर रहा है। जो ट्रेलर जारी किया गया वो निराशाजनक था और दर्शकों में किसी भी तरह का जोश इस फिल्म को देखने के लिए पैदा कर पाया, लिहाजा इस फिल्म की ओपनिंग भी कमजोर रह सकती है। 
 
पटेल की पंजाबी शादी का दारोमदार ऋषि कपूर और परेश रावल जैसे वरिष्ठ कलाकारों के कंधों पर है। किस तरह की यह फिल्म है ट्रेलर देख अंदाजा लगाया जा सकता है। यह फिल्म पूरी तरह माउथ पब्लिसिटी पर निर्भर है। 
 
इन फिल्मों के साथ कुछ छोटे बजट की फिल्मों, बीए पास 2, राब्बी, वादियां, बाबूजी एक टिकट मुम्बई को भी प्रदर्शित करने की घोषणा हुई है, लेकिन कितनी रिलीज हो पाती हैं ये थिएटर्स मालिकों की दया पर निर्भर है। हॉलीवुड मूवी टर्मिनेटर 2 को भी फिर रिलीज किया जा रहा है और यह थोड़े दर्शक जुटा सकती है। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

सिमरन की कहानी