राजेश दुबे छोटे परदे के लिए लेखन कार्य करते हैं और उनका कहना है कि फिल्म की तुलना में टीवी के लिए लिखना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। साथ ही उनका मानना है कि अब टीवी पर उच्च गुणवत्ता वाले कार्यक्रम भी प्रसारित हो रहे हैं और पिछले तीन-चार वर्षों में टीवी धारवाहिक के कंटेंट में काफी बदलाव आया है। बलिका वधू, सात फेरे, ससुराल सिमर का जैसे उम्दा धारावाहिकों के लिए वे लेखन कर चुके हैं। पेश है राजेश दुबे से बातचीत के मुख्य अंश :
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