'शिवाय' के ट्रेलर को दर्शकों की जो प्रतिक्रिया मिल रही है उससे अजय देवगन का मनोबल ऊंचा हो गया है। लोग तुलना करने लगे हैं कि यह फिल्म सलमान और शाहरुख खान की फिल्मों को पछाड़ देगी। 'शिवाय' के ट्रेलर लांचिंग के दौरान जब इस तरह की बातें हुईं तो अजय ने साफ कह दिया कि शाहरुख-सलमान अपनी जगह हैं और मैं अपनी जगह। इस तरह की तुलना नहीं होना चाहिए।
हॉलीवुड को टक्कर
शिवाय के ट्रेलर में खतरनाक स्टंट्स दिखाए गए हैं। क्या हॉलीवुड फिल्मों को अजय टक्कर देने की सोच रहे हैं? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए अजय कहते हैं 'मेरा ऐसा उद्देश्य नहीं है। हां, बॉलीवुड फिल्मों का स्तर ऊंचा उठाने की कोशिश जरूर की है। फिल्म में हमने स्टंट्स पर खासा ध्यान दिया है। ऐसी लोकेशन और खतरनाक ठंड में काम करना आसान बात नहीं थी, लेकिन हमने कर दिखाया।' अजय एक स्टंटमैन के बेटे हैं और उन्होंने सारे स्टंट्स खुद किए। कुछ चोटें भी लगीं, लेकिन ये इतनी गंभीर नहीं थी।
इमोशनल ड्रामा
ट्रेलर में स्टंट्स दिखाए जाने पर यह भ्रम उत्पन्न हो गया है कि फिल्म में सिर्फ एक्शन ही एक्शन है। दिवाली पर यह फिल्म प्रदर्शित हो रही है और त्योहार के अवसर पर लोग परिवार के साथ फिल्म देखते हैं। जरूरी नहीं है कि सभी एक्शन पसंद करें। 'मेरी फिल्म को एक्शन फिल्म कहना गलत होगा।' अजय बताते हैं 'शिवाय एक इमोशनल ड्रामा है। फिल्म में एक बेहतरीन कहानी है जो हर उम्र और वर्ग के दर्शकों को पसंद आएगी। एक्शन तो बैकड्रॉप में है।'
इसलिए किया निर्देशन
'शिवाय' में अजय ने दोहरी भूमिका निभाई है। अभिनय के साथ-साथ निर्देशक की सीट पर भी वे बैठे हैं। आखिर ऐसी क्या वजह थी कि अजय ने निर्देशन की भी जिम्मेदारी निभाई। अजय कहते हैं 'ये कहानी ऐसी थी कि मुझे लगा कि मैं ही इसे बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत कर सकता हूं।'
लेख से मिली प्रेरणा
शिवाय बनाने की प्रेरणा अजय को एक आलेख पढ़कर मिली थी। फिल्म के लिए उन्होंने अथक परिश्रम किया है और उन्हें उम्मीद है कि उनका प्रयास दर्शकों को पसंद आएगा।