- सलमान खान से इतने लंबे समय बाद मिलना भी अच्छा अनुभव रहा
 
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		मैं अपने काम के जरिये ज्यादा दिखना पसंद करती हूं
 
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		भगवान ने जो भी मुझे दिया है उससे मैं संतुष्ट हूं
 
	 
 
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	Bhumika Chawla: भूमिका चावला 'तेरे नाम' के बाद फिर सलमान खान के साथ फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' में नजर आई हैं। सलमान से सेट पर बरसों बाद मिलने का उनका अनुभव बहुत उम्दा रहा। 
 
									
										
								
																	
	 
	किसी का भाई किसी की जान के बारे में
	यह एक फैमिली ड्रामा है। दो परिवारों की कहानी है। इस फिल्म की शूटिंग हमने हैदराबाद और मुंबई में की और यह एक शानदार अनुभव था। बहुत समय के बाद मैंने इतनी बड़ी यूनिट के साथ काम किया। शूटिंग के दौरान सैकड़ों क्रू मेंबर्स मौजूद होते थे। सलमान खान से इतने लंबे समय बाद मिलना भी अच्छा अनुभव रहा। 
 
									
											
									
			        							
								
																	
	 
	फरहाद सामजी के बारे में 
	किसी का भाई किसी की जान के निर्देशक फरहाद बहुत सरल और शांत किस्म के व्यक्ति हैं। वे सेट पर बैठ कर सीन समझाते थे। हमने ढेर सारी बातें की। 
 
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	
									
										
										
								
																	
	 
	लो-प्रोफाइल रहने के बारे में 
	मैं इंस्टाग्राम पर एक्टिव हूं। कभी-कभी ट्वीट भी करती हूं। मेरा ज्यादा काम करने में और दूसरे विषयों पर कम बात करने में विश्वास है। मैं मानती हूं कि लोग कलाकारों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने के लिए उत्सुक रहते हैं, लेकिन मुझे अपनी शांत जगह पसंद है। मैं अपने काम के जरिये ज्यादा दिखना पसंद करती हूं। 
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	करियर ग्राफ के बारे में 
	भगवान ने जो भी मुझे दिया है उससे मैं संतुष्ट हूं। मैं अपना अतीत कृतज्ञता के साथ और अपना भविष्य आशाओं के साथ देखती हूं। मैं अपना काम उसी कड़ी मेहनत के साथ करती हूं जैसा कि एक नवोदित कलाकार करता है। 
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
									
										
										
								
																	
	 
	महत्वाकांक्षाओं के बारे में 
	मैं शांति के साथ सोना और कृतज्ञता के साथ उठना पसंद करती हूं। लगातार काम करते रहना चाहूंगी। अच्छे रोल और अच्छी फिल्म करना चाहूंगी जो मेरे अंदर के कलाकार की भूख शांत कर सके। 
 
									
										
										
								
																	
	 
	पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के संतुलन के बारे में 
	मेरे पास निजी और व्यावसायिक जीवन के संतुलन के बारे में कोई सूत्र नहीं है। ऐसी सफलता कोई मायने नहीं रखती जिसमें आप परिवार के साथ वक्त न बीता पाएं। साथ ही खाली बैठे रहना और कुछ नहीं सीखना भी अच्छी बात नहीं है। मैं नौजवानों को कहना चाहूंग कि आप घर और काम के संतुलन के बारे में कुद के फॉर्मूले बनाइए।