सिद्धार्थ शुक्ला के साथ बिग बॉस 13 में दिखाई देने वाले सिद्धार्थ डे के लिए यह बात अभी भी किसी बड़े शॉक से कम नहीं है कि अब उनके प्यारे दोस्त सिद्धार्थ शुक्ला उनके साथ नहीं है। जब वेबदुनिया ने सिद्धार्थ डे से बातचीत की तब उनकी तबीयत थोड़ी सी नासाज थी फिर भी बात जब सिद्धार्थ शुक्ला की आई तो वह अपने आप को बातचीत करने से रोक ना सके।
सिद्धार्थ डे बताते हैं कि मौसम कुछ ऐसा है कि मेरी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। मैं दवाइयां लेकर आराम कर रहा था और ऐसे में मुझे किसी पत्रकार ने फोन लगाया और यह बात बताई तो मुझे लगा शायद दवाई का असर है और शायद मैं कोई बुरा सपना देख रहा हूं और यह सब सपने वाली बात है मैंने शायद यह बोला भी था कि अभी मैं इस बारे में बातचीत नहीं कर सकता। इस बात को सोचकर भूल गया।
लेकिन जब ठीक महसूस हुआ और उठाकर तैयार हुआ तब यह बात ध्यान आई, और तब भी मैंने सोचा कि शायद एक बहुत बुरा सपना में देख रहा था। वैसा कुछ असल में हुआ ही नहीं है। फिर जैसे ही टीवी खोला और सिद्धार्थ शुक्ला की यह सब बातें सुनने को मिली तब मुझे समझ आया कि नहीं वह कोई बुरा सपना नहीं बल्कि हकीकत थी। मेरे घर में भी यह बात किसी को भी नहीं मालूम थी।
सिद्धार्थ डे आगे बताते हैं, यह खबर सुनी तो मुझे यकीन नहीं हो रहा था। एक साथ दो-दो तरीके की भाव मन में आ रहे थे एक तो यह कि सिद्धार्थ चला गया और दूसरा यह कि मेरे साथ का मेरा ही कलीग, मेरे ही साथ काम करने वालों में से एक, कितना महत्वपूर्ण शख्स दुनिया में नहीं रहा। मेरी और सिद्धार्थ की दोस्ती सिर्फ बिग बॉस में नहीं थी। हमारी जो दोस्ती है, वह झलक दिखला जा के समय से शुरू हुई थी।
वह तो बहुत लंबे समय तक बिग बॉस के घर में था। लेकिन एक ही छत के नीचे आपस में बातचीत करते हुए एक ही जगह पर रहना बहुत अलग बात होती है। मैं 35 दिनों तक उसके साथ में रहा था। बिग बॉस के समय में भी जब हमें आपस में एक दूसरे से मिलवाया जाता है। सिद्धार्थ से, सलमान खान ने पूछा था कि आपके सामने जो आ रहा है वह सिद्धार्थ डे आ रहे हैं क्या कहोगे, पहले से दोस्ती है। तब सिद्धार्थ शुक्ला ने कहा था झलक दिखला जा में उसने मेरा बुरा डांस देखा अब बिग बॉस में है मैं उसका बुरा डांस देख लूंगा।
जब आप लेखक होते हैं और जब आप हंसी मजाक वाली बातें लिखते हैं तो आपको ऐसे लोग भी बड़े पसंद आते हैं जो आप पर भी कमेंट करने या आपकी भी टांग खींचते हैं। मैं जब बिग बॉस के घर में जा रहा था, मुझे मालूम पड़ा कि सिद्धार्थ शुक्ला भी मेरे साथ में है तो दिल में कहीं एक तसल्ली हुई थी कि चलिए घर में किसी एक ऐसे शख्स के साथ हूं जिसको हंसी मजाक बड़ा पसंद है। जिसकी बातचीत में बहुत गहराई है जिसकी सोच में बहुत गहराई है साथ ही सेंस ऑफ ह्यूमर भी अच्छा था।
सिद्धार्थ बात जारी रखते हुए बताते हैं कि जब ये खबर आई तब मुझे समझ में नहीं आया कि क्या मैं आखरी बार उसके दर्शन करने जाऊं या नहीं। क्योंकि मुझसे नहीं होता है कि मैं अपने चाहने वाले के अंतिम दर्शन करने जाओ और अपना कर्तव्य निभा के आ जाओ। मेरे लिए बहुत मुश्किल भरा समय हो जाता है। मैं मौत के विषय में चुप हो जाता हूं। वह तो आप हैं इसलिए मैं बात कर रहा हूं। वरना बताइए मेरे इतने अच्छे दोस्त की मौत पर मैं क्या बात करूं, मुझसे शब्द कैसे निकलेंगे।
सिद्धार्थ शुक्ला और आपने साथ में बहुत बदमाशी की है
हम दोनों ने साथ में बहुत बदमाशी की हुई है। मुझे याद है कि झलक दिखला जा में वह डांसर थे और मेरा एंकर मनीष पॉल हुआ करता था। लेकिन एंकर जो बोलेगा वह तो मैं लिखता था तो सब लोगों के लिए जो मैं लिखता था, टांग खिंचाई होती थी। सब कॉन्टेस्टंट को कभी कभी बुरा लग जाता था। लेकिन सिद्धार्थ ने हर बार में हर मजाक को बहुत ही अच्छे से लिया और कभी बुरा नहीं माना है। ये शो खत्म होने के बाद एक बार हम करणवीर बोहरा के बर्थडे पार्टी पर मिले और मुझे लगा यह शख्स अगर मुझसे नाराज है तो थोड़ा सा भी हाथ उठाएगा तो मेरे जैसा तो पता नहीं कहां जाकर गिरेगा।
फिर भी मैंने उनसे बात की और उसने भी अच्छे से जवाब दिया। सिद्धार्थ ने आगे से पूछा, तुम फिल्मों के लिए क्यों नहीं लिखते हो तो मैंने कहा, टेलीविजन करते-करते फिल्मों की हिम्मत कहां बचती है इस पर वो बोला, मेरे साथ भी यही है लेकिन तुम आगे चलकर कभी कोई फिल्म देखो तो मेरे लिए एक रोल जरूर लिखना मैंने भी हां कहा। फिर अंत में अपने दिल की बात उसे कह दी कि मैं डर रहा था कि मेरे डायलॉग जो मनीष पॉल बोला करते थे झलक दिखला जा में अगर तुम थोड़ा भी नाराज हो गए और मेरे सर पर हाथ रख दोगे तो मैं दो हाथ नीचे जमीन में चला जाऊंगा और फिर उसने इस बात की इतनी मस्ती की मेरे साथ।
एक और बार जब हम बिग बॉस में मिले तो वहां वॉशरूम के बाहर मेकअप का सामान रखा रहता था। लड़कियों के मेकअप रिमूवर या क्रीम रखी रहती थी तो मैंने एक क्रीम खोली और अपने हाथों पर लगा ली। तब सिद्धार्थ ने कहा, इतना सारा क्यों लगा रहे हो? मैं मैंने मस्ती में कहा, अरे फ्री में मिल रहा है कर लेते और सिद्धार्थ भी मेरे साथ आ गया, कहा, हां हां, यह तो मैंने सोचा ही नहीं। हम इस तरीके की बदमाशी इतनी बार करते थे। पता नहीं वह टीवी पर दिखाया या नहीं, लेकिन यह सारे उल जलूल हरकतें हमने एक साथ की हुई है। ऐसा लगता था कि हम किसी स्कूल के बच्चे की तरह काम कर रहे हैं। बहुत मुश्किल हो जाता है इन सब यादों के साथ सिद्धार्थ को भूलना।
कुछ अरसे से नहीं मिले थे हम दोनों-
बिग बॉस का फिनाले जैसे हुआ उसके बाद आमतौर पर यह होता है कि सारे ही घर वाले हैं वह घर से बाहर आकर एक बार जरूर पार्टी मनाते हैं, साथ में आते हैं, समय बिताते हैं, लेकिन ऐसा बिग बॉस के बाद नहीं हो पाया क्योंकि लॉकडाउन लग गया था और फिर फिल्म इंडस्ट्री का दस्तूर ऐसा है कि हर रोज रोज मिलना नहीं होता है। यहां कभी कभी मिलना होता है क्योंकि कोई न कोई काम कर रहा होता है। हर एक का समय एक साथ जुड़ जाए ऐसा जरूरी नहीं। ऐसे में हम सब यही आपस में दुआएं करते हैं कि दोस्त हमारा काम में ही व्यस्त रहे और काम की वजह से नहीं मिल पा रहे तो कोई बात नहीं।
समा कुछ ऐसा रहा कि हम लोग आपस में मिल नहीं पाए। अब देखिए यह खबर जब आती है तब लगता है, क्यों ऐसा नहीं हुआ कि यह शख्स इंडस्ट्री छोड़कर चला गया इसलिए हम नहीं मिल पा रहा हूं या यह क्यों नहीं हुआ कि वह इतनी लंबी शूट पर चला गया कि हम मिल नहीं पा रहे हो। तो जब मौत वजह बन जाती है कि आप अपने दोस्त से नहीं मिल पा रहे हैं तब आपको समझ में नहीं आता कि आप क्या कहें? आपको दुख होता है, पीड़ा होती है, आप अपने आप को असहाय महसूस करने लग जाते हैं और मेरी हालिया स्थिति वही है।
सिद्धार्थ अब इस दुनिया में नहीं है उनके लिए अंतिम शब्द कहेंगे जो शायद दुआ बन जाए
मुझे मालूम है सिद्धार्थ अपनी मां को बहुत ज्यादा प्यार करता था। वह हर पल चाहता था कि उसकी मां खुश रहे। तो मेरी तो यही दुआएं हैं और यह प्रार्थना है कि सिद्धार्थ की मां और उनकी बहन बहुत अच्छा लंबा और स्वस्थ जीवन जिएं। क्योंकि कुछ भी कह लो सब लोगों की जिंदगी मैं मौत से ठहराव आता है लेकिन फिर वह बदलती है लोग नए-नए जुड़ते चले जाते हैं जिंदगी में। लेकिन एक मां है जिसका बेटा वापस नहीं आएगा।