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पिता की तरह है मेरा सेंस ऑफ ह्यूमर : सोनाक्षी सिन्हा

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महीने भर के भीतर सोनाक्षी सिन्हा की तीन फिल्में रिलीज हो रही हैं। एक्शन जैक्सन, लिंगा और तेवर। शूटिंग के बजाय वे सिर्फ प्रमोशन कर रही हैं। पेश है सोनाक्षी से बातचीत : 
एक सप्ताह के अंतराल में दो फिल्मों 'एक्शन जैक्सन' और 'लिंगा' के रिलीज से कितना तनाव है?
तनाव किस बात का? सच यह है कि मैं तो बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड हूं। मुझे शुक्रवार का डर नहीं सताता। मैं सिर्फ अपनी तरफ से बेहतरीन काम करने और मेहनत करने में यकीन रखती हूं। फिल्म की सफलता की चिंता नहीं करती, क्योंकि वह हमारे हाथ में नहीं, बल्कि दर्शकों के हाथ में होता है। हमारे हाथ में अच्छी परफॉर्मेंस देना व मेहनत करना होता है। इसमें मेरी तरफ से कोई कमी नहीं रहती। मेरा मानना है कि जब जो होना होगा, वह होगा तो फिर टेंशन लेने से क्या फायदा? 5 दिसंबर को 'एक्शन जैक्सन', 12 दिसंबर को 'लिंगा' के बाद 9 जनवरी को 'तेवर' रिलीज होगी। मैं इन तीनों फिल्मों का प्रमोशन एक के बाद एक करने वाली हूं। मेरे 4 साल के करियर में यह पहला मौका है, जब 2 फिल्मों की रिलीज के बीच मैं किसी अन्य फिल्म की शूटिंग नहीं कर रही हूं, सिर्फ फिल्म का प्रमोशन ही कर रही हूं। अब मैं 10 जनवरी के बाद एआर मुरूगदास के निर्देशन में बनने वाली महिला प्रधान फिल्म की शूटिंग शुरू करुंगी।
 
'एक्शन जैक्सन' क्या है?
यह फिल्म पूरी तरह से प्रभुदेवा स्टाइल की मनोरंजक व फन फिल्म है। वे अपनी स्टाइल से इतर फिल्म कभी नहीं बनाते हैं। दर्शकों को उनकी स्टाइल पसंद आती है। तो 'एक्शन जैक्सन' भी एक्शन, कॉमेडी, डांस, संगीत के मिश्रण वाली मसाला फिल्म है, पर उनकी हर फिल्म में कुछ न कुछ नयापन होता है। 
Photo : Colstan Julian
 
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'एक्शन जैक्सन' में आप क्या कर रही हैं?
अजय सर के पात्र की लव इंटरेस्ट हूं, जो कि मुंबई में रहती है। मेरे पात्र का नाम खुशी है। नाम खुशी है, मगर उसके साथ ऐसा कुछ होता रहता है, जो कि वह नहीं चाहती है। सिचुएशन भी काफी फनी रहती है। फनी सिचुएशन से खुशी किस तरह बाहर निकलती है? कैसे उसका लक बदलता है? यह सब बहुत फनी अंदाज में नजर आएगा।
 
आप तो अजय देवगन और प्रभुदेवा के साथ पहले भी काम कर चुकी हैं तो फिर आपने 'एक्शन जैक्शन' में काम करने के लिए हामी भरते समय क्या सोचा?
सोचने का मौका ही नहीं था। प्रभुदेवा सर के साथ 'राऊडी राठौर' और 'आर... राजकुमार' ये दो फिल्में कर चुकी थी। उन्हें मेरी अभिनय प्रतिभा का अहसास हो चुका है। एक दिन वे मेरे घर आए और उन्होंने कहा कि उन्हें मेरी कॉमिक टाइमिंग का अहसास है और वे चाहते हैं कि मैं उनकी फिल्म 'एक्शन जैक्सन' में कॉमेडी पात्र निभाऊं। उनके साथ काम करना हमेशा आनंददायक होता है इसलिए मैंने हामी भर दी। उनका ही नहीं, बल्कि तमाम लोगों का मानना है कि मेरे अंदर मेरे पिता शत्रुघ्न सिन्हा की ही तरह सेंस ऑफ ह्यूमर है।
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कॉमेडी को लोग बहुत कठिन मानते हैं?
मुझे लगता है कि कॉमिक टाइमिंग मुझे मेरे पिता से विरासत में मिला है, पर पहली बार मुझे कॉमेडी करने को मिला है। मैं इस जॉनर में काम करते हुए इंज्वॉय करती हूं। अभिनय करते समय कुछ भी आसान या कठिन नहीं होता है, पर रोना मुझे ज्यादा कठिन लगता है। मैं संकोची स्वभाव की लड़की हूं इसलिए भीड़ के सामने रोना मुझे नहीं आता। पर इस काम में ग्लीसरीन मेरी मदद कर देता है। एक-दो बूंदें आंखों में डालिए और रोने का सही भाव चेहरे पर आ जाता है। मुझे जोक्स बनाना, सुनाना और सुनना तथा हंसना बहुत पसंद है।
 
'एक्शन जैक्सन' और 'तेवर' दोनों फिल्मों के ट्रेलर से लगता है कि दोनों ही फिल्में एक्शन प्रधान हैं। तो दोनों में फर्क क्या है?
'एक्शन जैक्सन' पूरी तरह से प्रभुदेवा स्टाइल की मसाला फिल्म है जबकि 'तेवर' एक कमर्शियल फिल्म के साथ-साथ युवा प्रेम कहानी वाली फिल्म भी है। 'तेवर' के निर्देशक अमित शर्मा की यह पहली फिल्म है। यह कहानी दो युवा लोगों की है जिनके बीच भागते-भागते प्यार पनपता है।
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फिल्म 'तेवर' किस रूप में नजर आएंगी?
यह छोटे शहर की लड़की राधिका है जिसके पीछे शहर का दबंग व बाहुबली गजेंद्र सिंह (मनोज बाजपेयी) पड़ा हुआ है। राधिका, गजेंद्र सिंह से पीछा छुड़ाकर भागती है तो अचानक उसकी मदद करने के लिए पिंटू शुक्ला (अर्जुन कपूर) आ जाता है। दोनों एक शहर से दूसरे शहर भागते रहते हैं और भागते-भागते ही दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लग जाते हैं। मैं लंबे समय से इस तरह की फिल्म करना चाहती थी। इस फिल्म में इस किरदार को निभाते हुए काफी उत्साहित हूं। मैंने खुद इसमें गीत गाया है। उम्मीद है कि लोगों को मेरी आवाज पसंद आएगी। 
 
आप विक्रमादित्य मोटावणे, प्रभुदेवा, अमित शर्मा, अरबाज खान आदि अलग-अलग स्टाइल के निर्देशकों के साथ काम करते हुए कितना सहज रहती हैं?
बहुत सहज रहती हूं। आखिर मैं खुद को निर्देशक की कलाकार मानती हूं। मैं अपनी तरफ से निर्देशक के विजन, फिल्माए जाने वाले सीन को समझने की कोशिश करती हूं अतः फिल्म तो वही बननी होती है जिसे निर्देशक ने विजुअलाइज किया होता है इसलिए निर्देशक मुझसे जिस तरह की परफॉर्मेंस की उम्मीद करते हैं, वह परफॉर्मेंस देने का मेरा प्रयास रहता है।
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फिल्म 'लिंगा' को लेकर क्या कहेंगी?
इस फिल्म में दो अलग-अलग समय की कहानी है। यह कहानी 1940 के अलावा आज की भी है। मेरा किरदार 1940 के समय का है। मैंने इसमें गांव की लड़की का किरदार निभाया है। रजनी सर हमारे गांव में बांध बनाने के लिए आते हैं। उस वक्त यह लड़की उनके साथ किस तरह से कदमताल करती है, वह सब आप फिल्म में देखेंगे तभी मजा आएगा।
 
किस तरह की फिल्में ज्यादा पसंद हैं?
अब रोमांटिक कॉमेडी वाली ज्यादा करना चाहती हूं। लाइट हार्टेड फिल्में करना चाहती हूं। 'जब वी
मेट' जैसी फिल्म करना चाहती हूं। इम्तियाज अली के साथ फिल्म करना चाहती हूं।
 

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