प्रतीक : मजे के लिए आए थे एक्टिंग करने लगे!
हालिया रिलीज 'एक दीवाना था' के हीरो प्रतीक इस फिल्म में अपनी 'रील लाइफ' पार्टनर एमी जैक्सन से 'रियल लाइफ' में रोमांस को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं। 31 जनवरी को एमी जैक्सन का बर्थडे दोनों ने साथ में सेलीब्रेट किया और अब प्रतीक और एमी जैक्सन के 'लिव इन' में रहने की खबरें भी आ रही हैं। हालाँकि प्रतीक इन्हें महज अफवाहें बता रहे हैं। उनका कहना है कि एमी और मैं तो बस अच्छे दोस्त हैं।प्रतीक और एमी की पर्दे पर भी जबरदस्त केमेस्ट्री नजर आई है। वैसे जब दोस्ती गहराने लगे तो पर्दे पर भी केमेस्ट्री खुद-ब-खुद जमने लगती है। प्रतीक कहते हैं कि एमी के साथ पर्दे पर किए रोमांस को भी मैंने बहुत एंजॉय किया है। एमी का साथ ही क्यों... इस फिल्म की शूटिंग का हर लम्हा उनके लिए यादगार रहा है। बकौल प्रतीक, फिल्म की पूरी क्रू ने फिल्म के लिए उत्साह से काम किया। सेट पर सभी का एक-दूसरे से दोस्ताना व्यवहार था और यहाँ तक कि मौका मिलने पर प्रतीक तो दोबारा उस टीम के साथ काम करना चाहेंगे। प्रतीक ने 'जाने तू या जाने ना' से बॉलीवुड में अपनी शुरूआत की थी। अपने समय की सशक्त अभिनेत्री रहीं स्मिता पाटिल और अभिनेता राज बब्बर के पुत्र होने के बावजूद प्रतीक का फिल्मों में आने का कोई इरादा न था लेकिन तकदीर उन्हें फिल्मों में ले आई। प्रतीक जब 15 दिन के थे, तभी स्मिता पाटिल के गुजर जाने के बाद प्रतीक की नानी विद्या ताई ने उन्हें पाला-पोसा। प्रतीक की नानी ग्लैमर वर्ल्ड से कोसों दूर थीं। यही कारण था कि प्रतीक ने भी कभी अभिनय करने के बारे में नहीं सोचा। प्रतीक की नानी उन्हें एक्टिंग तो सिखाना चाहती थीं और इसके लिए उन्होंने प्रतीक को सुभाई घई के एक्टिंग स्कूल 'विस्लिंग वुड्स' भी भेजा लेकिन प्रतीक ने क्लासेस ही अटैंड नहीं की।फिर परेशान होकर नानी ने प्रतीक को एड गुरु प्रहलाद कक्कड़ के पास भेज दिया। प्रहलाद कक्कड़ स्मिता पाटिल के अच्छे दोस्त थे। प्रतीक जब पहली बार ऑफिस पहुँचे तो प्रहलाद ने उन्हें बाथरूम साफ करने को कहा। प्रतीक ने बाथरूम साफ तो कर दिया लेकिन घर आकर रोने लगे। फिर नानी ने उन्हें समझाया कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। एक दिन प्रहलाद के ऑफिस में अब्बास टायरवाला की पत्नी पाखी ने प्रतीक को 'जाने तू या जाने ना' के लिए सिलेक्ट कर लिया। इस तरह प्रतीक का फिल्मी करियर शुरू हुआ। इस फिल्म के पहले प्रतीक तो यह भी नहीं जानते थे कि फिल्म में उनका क्या रोल है, बड़ा बैनर क्या होता है वगैरह। दरअसल उन्होंने सोचा फिल्म की शूटिंग करने और देखने में मजा आएगा, इसलिए प्रतीक ने फिल्म के लिए हाँ कर दी। फिल्म की रिलीज के बाद मिली प्रतिक्रिया से प्रतीक ने एक्टिंग को ही करियर बनाना तय किया। '
जाने तू या जाने ना' के बाद आई प्रतीक की फिल्में 'धोबी घाट', 'दम मारो दम', 'आरक्षण' और 'माई फ्रेंड पिन्टो' में भी प्रतीक का काम पसंद किया गया। प्रतीक की नानी तो बस यही चाहती हैं कि वे खूब नाम कमाएँ और थोड़ी व्यावहारिकता भी सीख लें। इन दिनों प्रतीक 'इसक' की शूटिंग में व्यस्त हैं। यह फिल्म 'रोमियो जूलियट' से प्रेरित बताई जा रही है।विरासत में मिले गुणों और प्रतीक की प्रतिभा को देखते हुए उनके दूर तक जाने की संभावना तो नजर आती है। अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले वर्षों में प्रतीक की छवि एक सुपरस्टार की बनती है या फिर एक सशक्त अभिनेता की।