जॉन अब्राहम को गुंडा बनने में आता है मजा
शूटआउट एट वडाला का जिस तरीके से प्रचार किया जा रहा है और जो रिस्पांस मिल रहा है उससे जॉन अब्राहम बेहद खुश हो रहे हैं। फिल्म को तो सुपरहिट ही समझो जैसी फिलिंग उनके मन में आ रही है। ये बात अलग है कि फिल्म सुर्खियों में सनी लियोन के हॉट आइटम नंबर, प्रियंका चोपड़ा के पहले आइटम सांग, लैला तेरी ले लेगी जैसे अश्लील शब्दों वाले गाने के कारण चर्चा में है। लेकिन जॉन को लग रहा है कि यह फिल्म उनके कारण इतनी चर्चित है। इस कारण आमतौर पर चुप रहने वाले जॉन इन दिनों कुछ ज्यादा ही बोलने लगे हैं। जॉन साहब फरमाते हैं कि उन्हें निगेटिव्ह रोल बेहद पसंद है। नॉर्मल तो उन्हें बोरिंग लगता है। हीरो तो कोई भी बन सकता है। चलिए, मान लिया कि शूटआउट एट वडाला में जॉन का किरदार नकारात्मक है, इसलिए अचानक नकारात्मक रोल उन्हें अच्छे लगने लगे हैं, लेकिन हीरो के रूप में इतनी ढेर सारी फिल्में की हैं उसका क्या। अगर विलेन बनना इतना ज्यादा पसंद है तो हीरो के रूप में फिल्में क्यों कर रहे हैं? वैसे भी जॉन से एक्टिंग होती नहीं है। बेहतर है कि विलेन बन कर मारपीट ही करें।