3 इडियट्स को प्रदर्शित हुए लगभग सात वर्ष हो गए हैं, लेकिन राजकुमार हिरानी निर्देशित यह फिल्म कई लोगों के दिमाग में अभी भी ताजा है। इस फिल्म में आमिर ने 'फुंसुख वांगडु' का किरदार निभाया था, जो फिल्म में विज्ञान के नित नए प्रयोग करता है। इस किरदार की प्रेरणा सोनम वांगचुक से मिली थी। इन्हीं सोनम वांगचुक को दुनिया भर में पहचान मिल रही है। हाल ही में उन्हें प्रसिद्ध रोलेक्स अवॉर्ड फॉर इंटरप्राइज़ 2016 दिया गया है। यह अवॉर्ड 15 नवम्बर को लांस एंजिल्स में उन्हें दिया गया। यह पुरस्कार उन्हें दिया जाता है "जिन्होंने अपनी सोच और करिश्मे से दुनिया को बदला है"। सोनम के बर्फ का स्तुप प्रोजेक्ट उन पांच विजेताओं में शामिल है जिन्हें यह पुरस्कार दिया गया है।
सोनम वांगचुक, 50-वर्षीय इंजीनियर हैं, जो पश्चिमी हिमालय स्थित पानी की कमी वाले इलाके में बर्फ के स्तूप बनाकर खेती के लिए पानी की कमी की समस्या का हल खोजने की कोशिश कर रहे हैं। वांगचुक के अनुसार रोलेक्स अवॉर्ड फंड प्रोजेक्ट को मदद करेगा और आइस स्तूप को वातावरण बदलने को अपनाने और रेगिस्तान में हरियाली लाने की तकनीक के रूप में बढ़ावा देगा। गौरतलब है कि लद्दाख क्षेत्र में अप्रैल और मई में पानी की समस्या पैदा हो जाती है। यह फसल के लिए खास समय होता है।
वांगचुक इस तरह के 20 आइस स्तूप बनाना चाहते हैं। प्रत्येक 30 मीटर लंबा और लाखों लीटर पानी देने की क्षमता रखेगा। उनका मकसद है कि इसके लिए एक अलग से युनिवर्सिटी स्थापित हो और युवा इस काम में आगे आएं। वांगचुक वर्तमान में एक अलग युनिवर्सिटी बनाने की कोशिश में लगे हैं। इसके लिए उन्हें 65-हेक्टेयर जमीन दान में मिल गई है। जिसमें लद्दाख, हिमालय और अन्य पर्वतों पर रहने वाले युवाओं को इस काम से जोड़ उन्हें पानी की समस्या से छुटकारा दिलाने का काम होगा।