आमिर खान के दिवाली एड पर मचा बवाल, बीजेपी सांसद ने पत्र लिख जताई आपत्ति
आमिर खान के दिवाली विज्ञापन को कई लोग हिंदूविरोधी बता रहे हैं। विज्ञापन में आमिर सड़क पर पटाखे नहीं फोड़ने की अपील कर रहे हैं। बीजेपी सांसद ने भी एड पर आपत्ति जताई है।
बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान के एक विज्ञापन को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। हाल ही में आमिर खान सीएट टायर के नए दिवाली एड में नजर आए। इस विज्ञापन में वह सड़क पर पटाखे नहीं फोड़ने की अपील कर रहे हैं।
आमिर खान के इस विज्ञापन पर हिंदूविरोधी होने के आरोप लग रहे हैं। आमिर खान को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। वहीं अब बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने सीएट टायर के इस दिवाली एड पर आपत्ति जताते हुए कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को एक पत्र लिख विरोध दर्ज कराया है।
बीजेपी सांसद ने कहा है कि कंपनी को नमाज के नाम पर सड़कों को जाम किए जाने और अजान के दौरान मस्जिदों से निकलने वाले शोर से संबंधित समस्या का समाधान भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुओं में रोष उत्पन्न करने वाले हालिया विज्ञापन का संज्ञान लें।
बीजेपी सांसद ने पत्र में कहा, आपकी कंपनी का हालिया विज्ञापन, जिसमें आमिर खान लोगों को सड़कों पर पटाखे नहीं चलाने की सलाह दे रहे हैं, एक बहुत अच्छा संदेश दे रहा है। सार्वजनिक मुद्दों पर आपकी चिंता के लिए सराहना किए जाने की जरूरत है। मैं आपसे सड़कों पर लोगों के सामने आने वाली एक और समस्या का समाधान करने का अनुरोध करता हूं। जिसमें कि शुक्रवार और अन्य महत्वपूर्ण त्योहारों के दिन नमाज के नाम पर सड़कें जाम कर दी जाती हैं।
उन्होंने कहा, कई भारतीय शहरों में एक बहुत ही सामान्य दृश्य है जहां व्यस्त सड़कों को जाम करते हैं और नमाज अदा करते हैं, तथा उस समय एंबुलेंस और दमकल वाहनों जैसे वाहन भी यातायात में फंस जाते हैं, जिससे 'गंभीर क्षति' होती है। कंपनी के विज्ञापनों में ध्वनि प्रदूषण का मुद्दा भी उठाएं क्योंकि हमारे देश में मस्जिदों के ऊपर लगे लाउडस्पीकर से अजान के समय बहुत अधिक शोर होता है।
सांसद ने कहा, चूंकि आप आम जनता के सामने आने वाली समस्याओं के प्रति बहुत संवेदनशील हैं और आप भी हिंदू समुदाय से हैं, मुझे यकीन है कि आप सदियों से हिंदुओं के साथ किए गए भेदभाव को महसूस कर सकते हैं। आजकल हिंदू-विरोधी अभिनेताओं का एक ग्रुप हमेशा हिंदू भावनाओं को आहत करता है, जबकि, वे कभी भी अपने समुदाय के गलत कामों को उजागर करने की कोशिश नहीं करते हैं।