जी टीवी ने हाल ही में एक ताजगी भरा रोमांटिक ड्रामा 'अगर तुम ना होते' शुरू किया है, जिसमें दिखाया गया है कि एक नर्स अपने मरीज का इलाज करने के लिए किस हद तक जा सकती हैं। ये कहानी नियति मिश्रा (सिमरन कौर) की है, जो एक यंग, मेहनती और समर्पित नर्स है।
दूसरी ओर, अभिमन्यु पांडे (हिमांशु सोनी) एक आकर्षक और अमीर लड़का है, लेकिन वो मानसिक रूप से अस्थिर है। जहां इस शो ने पहले ही अपनी अनोखी कहानी से सभी दर्शकों को इम्प्रेस कर लिया है, वहीं अभिमन्यु (हिमांशु सोनी) और नियति (सिमरन कौर) के बीच का तालमेल भी चर्चा का विषय बन गया है। इनके बीच एक किरदार गजेंद्र ऐसा भी है, जिसने अपनी दमदार परफॉर्मेंस से दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है।
अविनाश वधावान यह किरदार निभा रहे हैं, जो इससे पहले ज़ी टीवी के शो 'पिया अलबेला' का हिस्सा रह चुके हैं और अब गजेंद्र पांडे के रोल में ढाई साल बाद टेलीविजन पर वापसी कर रहे हैं। अविनाश इस शो में अभिमन्यु के पिता गजेंद्र पांडे का रोल निभा रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश की एक दबंग, अमीर और मशहूर शख्सियत हैं।
वो एक बड़े ताकतवर इंसान हैं और यदि एक बार किसी काम को करने का ठान लें, तो ऐसा कोई काम नहीं है, जो वो नहीं कर सकते हैं। वो अपने परिवार को बहुत चाहते हैं और उन्हें एक साथ रखने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उनके किरदार में डार्क शेड्स हैं, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ेगी, हमें पता चलेगा कि वो अपने परिवार की कितनी परवाह करते हैं। अपने बेटे के साथ उनके रिश्तों में काफी मतभेद हैं, लेकिन वो जरूरतमंद लोगों के लिए खुले दिल से मदद करते हैं।
गजेंद्र के भावुक किरदार को निभाने के लिए अविनाश ने एक नया लुक भी अपना लिया है और वो अपनी एक्टिंग स्किल्स और नए अंदाज के साथ यह किरदार निभाने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। अपने रोल के बारे में बताते हुए अविनाश ने कहा, करीब ढाई साल के बाद टेलीविजन पर वापसी करके बहुत अच्छा लग रहा है। टेलीविजन पर वापसी के बारे में बात करूं तो मुझे लगता है कि जिस तरह लोगों तक टेलीविजन की पहुंच है, वैसी किसी और माध्यम की नहीं है, चाहे वो सिनेमा हो या ओटीटी।
उन्होंने कहा, जब मुझे अपने किरदार के बारे में बताया गया, तो मैं यह कहानी सुनकर बेहद उत्साहित हुआ क्योंकि मैं किसी अच्छे रोल की तलाश में था और गजेंद्र का किरदार बड़ा उलझा हुआ है। मैंने अपने पिछले किसी भी शोज़ में इस तरह का रोल नहीं निभाया है। इस कहानी में भावनात्मक रूप से काफी उतार-चढ़ाव है और इसमें बड़ा दिलचस्प ड्रामा है, जो एक बाप-बेटे के बिगड़े हुए लेकिन गहरे संबंधों को दिखाता है।
अविनाश वधावन ने कहा, मुझे इस रोल को निभाने में बहुत मजा आ रहा है और मैंने अपने किरदार में उतरने के लिए अपनी बॉडी लैंग्वेज, अपने पहनावे और तौर-तरीकों में बदलाव किया है। व्यक्तिगत तौर पर मेरा स्वभाव गजेंद्र पांडे से बिल्कुल अलग है, जो काफी बड़बोला, निर्मम किरदार है और बहुत दिखावा करता है। तो इसे निभाना ज्यादा चैलेंजिंग है क्योंकि यह मेरे जैसा नहीं है। लेकिन मैं इस रोल को निभाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहा हूं।