वेटरन एक्टर अनिल कपूर 61 वर्ष के होने के बावजूद फिल्मों में सक्रिय हैं। खास बात यह है कि वे कोई बैठे बिठाने की फिल्में नहीं करते, बल्कि मारधाड़ वाली एक्शन फिल्में करते हैं। उनकी हालिया पिक्चर 'रेस 3' उसी का उदाहरण है।
उनकी एक और फिल्म 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' आने वाली है। इसमें वे अपनी रियल लाइफ बेटी सोनम कपूर के ही रील लाइफ पापा भी बने हैं। साथ में जुही चावला और राजकुमार राव भी हैं। उन्होंने हाल ही में एक इवेंट में भाग लिया जिसमें उन्होंने अपने बारे में बहुत सी बातें की।
अनिल कपूर की इस लंबी जर्नी को लेकर उनसे बॉलीवुड में उनकी बायोपिक को लेकर सवाल किया गया। तब अनिल ने जवाब दिया कि दर्शक उन पर बनी बायोपिक देखना पसंद नहीं करेंगे, क्योंकि उनकी जिंदगी का विवादों से कोई नाता नहीं रहा है। यह बहुत ही ऊबाऊ होगी।
अनिल ने आगे कहा कि उन्होंने कुछ फिल्में की हैं क्योंकि उन्हें पैसे की जरूरत थी। मगर बाद में उन्हें अफसोस हुआ। हालांकि इस तरह की गलतियों को दोबारा नहीं दोहराया।
भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) की अपनी एक परीक्षा के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि संस्थान की लिखित परीक्षा में वे फेल हो गए जिससे वे बेहद हैरान थे। अनिल ने आगे बताया कि उन्होंने सोचा आखिर लिखित परीक्षा और एक्टिंग के बीच क्या संबंध है और वे इस बारे में बात करने के लिए संस्थान के प्रभारी गिरीश कर्नाड से भी मिले। लेकिन उन्हें जवाब मिला कि नियम तो नियम है।
अनिल ने अपनी हार के बाद भी जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि वे परीक्षा में फेल हो गये लेकिन वे आज यहां हैं।