बॉलीवुड में रिश्ते टूटने की खबरें बहुत आम हैं। जितनी जल्दी इंडस्ट्री में रिश्ते बनते हैं, उतनी जल्दी उनका अंत भी हो जाता है। एक समय महेश भट्ट और मुकेश भट्ट हर फिल्म में साथ काम करते थे, लेकिन फिर दोनों भाइयों के रिश्ते में ऐसी दरार आई कि महेश भट्ट विशेष फिल्म्स से अलग हो गए।
अब भट्ट कैंप से अपने करियर की शुरुआत करने वाले इमरान हाशमी ने महेश और मुकेश भट्ट के रिश्ते में आई कड़वाहट पर बात की। इमरान ने कहा, दोनों की कई फिल्मों से मेरी यादें जुड़ी हुई हैं। मैं चाहता हूं कि वे फिर साथ आ जाएं। मैं उनके बीच हुई पूरी बात को नहीं जानता, लेकिन कहते हैं ना कि समीकरण बदलते रहते हैं। कुछ भी हमेशा के लिए नहीं होता।
उन्होंने कहा, जहां तक मेरा सवाल है मैं अब भी दोनों से बात करता हूं। मुकेश जी ने मुझे 'मुंबई सागा' के लिए शुभकामनाएं दी थीं। जब मैंने उनके अलगाव के बारे में सुना था तो मुझे बहुत बुरा लगा था। उस समय एक शब्द सुनने को मिला था 'एडिटोरियल कंसल्टेंट', लेकिन मैं नहीं जानता कि यह शब्द आया कहां से।
इमरान ने कहा, मैं महेश और मुकेश भट्ट दोनों के संपर्क में हूं। हम एक परिवार हैं। मैंने लॉकडाउन के दौरान महेश भट्ट साहब से बात की। वह मेरे लिए एक फिल्ममेकर ही नहीं बल्कि एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं, जिन्होंने मुझे गाइड किया।
बता दें कि इस साल जनवरी में मुकेश ने यह ऐलान किया था कि अब विशेष फिल्म्स को उनके बच्चे साक्षी और विशेष आगे बढ़ाएंगे। एक इंटरव्यू में मुकेश ने कहा था, मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि फिल्म निर्माता कंपनी विशेष फिल्म्स मेरी है। मेरे भाई महेश इस कंपनी में मेरे क्रिएटिव कंसल्टेंट बनकर रहे।
विशेष फिल्म्स की शुरुआत 1986 में मुकेश ने की थी और इस निर्माता कंपनी के बैनर तले 1988 में बनी सबसे पहली फिल्म 'कब्जा' थी। इस हिट फिल्म का निर्देशन मुकेश के भाई महेश भट्ट ने किया। इसके बाद लगातार इसी कंपनी के बैनर तले महेश डैडी, जुर्म, आशिकी, दिल है कि मानता नहीं, सड़क, जुनून जैसी फिल्में बनाते रहे।