ऑनलाइन लीक से हुए डैमेज को कंट्रोल करने के लिए इंद्र कुमार अपनी फिल्म 'ग्रेट ग्रैंड मस्ती' को 22 जुलाई की बजाय 15 जुलाई को ही ले आए। 'सुल्तान' नामक तूफान की भी उन्होंने परवाह नहीं की जिसने दूसरे सप्ताह में प्रवेश किया है। इंद्र कुमार को निर्णय कितना सही रहा ये तो समय ही बताएगा, लेकिन बॉलीवुड को इस बारे में गौर से सोचना चाहिए। महीने भर में दूसरा मामला ऐसा हुआ है जब फिल्म रिलीज के पहले ही इंटरनेट के जरिये लोगों के हाथ लग गई।
ग्रेट ग्रैंड मस्ती एक एडल्ट कॉमेडी है। इस फिल्म के पूर्व के दोनों भाग सफल रहे थे। एडल्ट कॉमेडी के लिए यह वर्ष अच्छा नहीं रहा। 'क्या कूल हैं हम 3' और 'मस्तीज़ादे' को दर्शकों ने ठुकरा दिया। हालांकि ये दोनों फिल्में महाघटिया थीं। अगर अच्छी एडल्ट कॉमेडी बनाई जाए तो सफलता के प्रतिशत बढ़ जाते हैं। इंद्र कुमार इसमें माहिर हैं।
ग्रेट ग्रैंड मस्ती का प्रचार ठीक से नहीं किया गया है। 'सुल्तान' के शोर में इसकी आवाज दब गई। वैसे भी एक ब्लॉकस्टर के रिलीज होने के बाद बॉक्स ऑफिस पर सन्नाटा छा जाता है।
जहां तक बॉक्स ऑफिस पर शुरुआत का सवाल है तो इसे ठीक नहीं कहा जा सकता है। सुबह के शो में दस से पच्चीस प्रतिशत तक दर्शक नजर आएं। दोपहर के शो में दर्शकों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ। सिंगल स्क्रीन में हालात ठीक नहीं है। शाम और रात वाले शो में भी ज्यादा उम्मीद नहीं है। दर्शकों की प्रतिक्रिया नकारात्मक है। फिल्म समीक्षकों ने भी फिल्म को नापसंद कर दिया है। ज्यादातर युवा दर्शक ही इस तरह की फिल्में देखते हैं, नुकसान वाली बात यह है कि इंटरनेट पर भी यही वर्ग सबसे ज्यादा फिल्में देखता है और लीक हुई फिल्म यह वर्ग देख चुुका है।
ग्रैंड मस्ती ने पहले दिन 12.50 करोड़ का कलेक्शन कर चौंका दिया था। ग्रेट ग्रैंड मस्ती केे पहले दिन का आंकड़ा 6 से 8 करोड़ के बीच रह सकता है, लेकिन फिल्म का भविष्य उज्जवल नजर नहीं आ रहा है।