बीते कई दिनों से बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद और बीएमसी के बीच घमासान देखने को मिल रहा है। मुंबई में मौजूद सोनू सूद के होटल के कुछ हिस्से पर बीएमसी एतराज जताते हुए जरूरी परमिशन ना लेना और नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था।
जिसके बाद सोनू सूद ने बीएमसी के नोटिस का जवाब देने के लिए कानूनी दरवाजा खटखटाया। ऐसे में सोनू पहले सिविल कोर्ट फिर बॉम्बे हाई कोर्ट अंत में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। लेकिन अब सोनू सूद ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है।
खबरों के मुताबिक सोनू सूद के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा, हम याचिका वापस लेना चाहते हैं। हम बीएमसी के साथ मिलकर विवाद हल कर लेंगे। जिसके बाद कोर्ट ने इस पर खुशी जाहिर कि और बीएमसी को आदेश दिया कि वो कोर्ट के बाहर आपसी सहमति से मामला हल करें और तब तक सूद के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई ना करे।
सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करके भी इस बारें में जानकारी दी है कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है। BMC ने आरोप लगाया गया है कि अभिनेता ने जुहू एबी नायर रोड के शक्तिसागर स्थित रिहायशी इमारत में ढांचागत बदलाव करने से पहले प्राधिकारियों से कोई अनुमति नहीं ली।
बीएमसी की शिकायत के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में उसने इस संबंध में सूद को नोटिस दिया था। नगर निकाय ने शिकायत में कहा, सोमवार को जमीन का मुआयना किया गया और पाया गया कि आरोपी ने मांगे गए दस्तावेज नहीं प्रस्तुत किए और नोटिस दिए जाने के बावजूद अनधिकृत निर्माण कार्य जारी रखा।
सोनू सूद ने ने मुंबई के जुहू क्षेत्र में स्थित अपनी आवासीय इमारत में कथित अवैध निर्माण को लेकर बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक नोटिस के खिलाफ बम्बई उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी। उच्च न्यायालय ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था।