कमाल आर खान का तो मकसद ही यह रहता है कि कोई पलट कर उन्हें जवाब दे। जैसे ही किसी का जवाब उन्हें मिलता है उन्हें लोकप्रिय होने की खुराक मिल जाती है। वे लगातार सेलिब्रिटिज़ को उकसाते रहते हैं। उनके और उनकी फिल्मों के खिलाफ अशिष्ट भाषा में ट्विट करते रहते हैं। कई बार हद पार कर जाते हैं।
कुछ कलाकार उनसे ट्विटर पर भिड़ भी जाते हैं, लेकिन जब वे देखते हैं कि केआरके स्तर तक नहीं पहुंच सकेंगे तो चुप हो जाते हैं। ज्यादातर सेलिब्रिटीज़ चुप रहने में ही भलाई समझते हैं क्योंकि वे अपनी ऊर्जा अच्छे कामों में लगाना चाहते हैं।
आठ सितंबर को पोस्टर बॉयज फिल्म प्रदर्शित हुई है। सनी देओल और बॉबी देओल को लेकर श्रेयस तलपदे ने यह फिल्म निर्देशित की है। इस फिल्म को केआरके ने वाहियात कहा है। यहां तक भी ठीक था। उन्होंने देओल्स के स्टारडम को ज़ीरो कहा है। यह भी बर्दाश्त किया जा सकता है, लेकिन श्रेयस के निर्देशन को लेकर उन्होंने अशिष्ट शब्द का उपयोग किया है।
इसे पढ़ कर श्रेयस भड़क गए। उन्होंने भी केआके की शैली में जवाब देते हुए ट्विट किया है कि औकात में रह केआरके। कभी हाथ लगा तो इतनी जोर से पटकूंगा कि टप्पा खाके छत से लगेगा। जय महाराष्ट्र।
अब केआरके की बारी थी। उनके हाथ तो मसाला लग गया। उन्होंने ट्वीट किया- पहलवान, मैं तो तेरी फिल्म के शो पर मिला था, तब तू कुछ बोला ही नहीं। अगली बार पैंट में सूसू निकलने से पहले बोलने की हिम्मत करना।'
संभव है कि अब केआरके श्रेयस के खिलाफ ट्विट की झड़ी लगा दे।