अपने समय की सबसे चर्चित और अत्यधिक बहस वाली फिल्मों में से एक विवेक अग्निहोत्री की 'द कश्मीर फाइल्स' हर एज ग्रुप और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के बीच चर्चा का गर्म विषय बन गई है। यह सिर्फ इसलिए नहीं कि इसने कश्मीरी पंडितों के बर्निंग इशू को उजागर किया है बल्कि इसके रिमार्केबल परफॉर्मेंस, जिसने दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर 228.85 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार करने के साथ ही आने वाले अगले दो हफ्तों में 300 करोड़ रुपये की ओर बढ़ रही है।
इस पलायन ड्रामा फिल्म ने बॉलीवुड के बिगेस्ट स्पिनरों द्वारा सेट किए गए बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड को तोड़कर और साथ ही साथ नए बनाकर सभी को चौंका दिया है। इसके नॉन हॉलीडे रिलीज, लिमिटेड प्रमोशन, लिमिटेड स्क्रीन काउंट और 'राधे श्याम' और 'बच्चन पांडे' से बड़ी प्रतिस्पर्धा सहित कई बाधाओं के बावजूद 'द कश्मीर फाइल्स' बॉक्स ऑफिस पर विजेता बनकर उभरी है।
विवेक अग्निहोत्री की 'द ताशकंद फाइल्स' के साथ बाकी हिट फिल्मों की तरह 'द कश्मीर फाइल्स' के सब्जेक्ट ने दर्शकों और फिल्म प्रेमियों के बीच देशभक्ति की भावना पैदा की है। इतना ही नहीं, फिल्म को सिनेमा के लिए नए दर्शक भी मिले हैं, जिसमें 80 साल से अधिक उम्र के लोग भी शामिल हैं, जो शायद ही कभी फिल्में देखते हैं, वो भी कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को देखने के लिए थिएटर्स पहुंचे।
दिलचस्प बात यह है कि हाल की रिपोर्टों से पता चलता है कि बुकमायशो और पेटीएम पर 40 प्रतिशत से ज्यादा टिकट बुकिंग ऐसे लोग ने की हैं जो शायद ही कभी फिल्में देखते हैं। फिल्म को सिंगल स्क्रीन को वापस मेनस्ट्रीम के विचार में लाने का श्रेय दिया गया है क्योंकि वो कोविड 19 से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। असल में, कुछ जानकारों की राय है कि 'द कश्मीर फाइल्स' ने वही किया जो 'गदर' ने 2001 में किया था - 22 साल बाद एक तरह का पुनरुद्धार।
इस तरह की शैली की फिल्मों के मार्केटिंग के तरीके को फिर से परिभाषित करने के लिए भी फिल्म को एक बड़ा श्रेय जाता है - सामान्य ओवरकिल और ओवर सप्लाई के बजाय डिमांड क्रिएट करना। भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण, प्रासंगिक और रिपोर्ट न की गई कहानी में से एक, विवेक की 'द कश्मीर फाइल्स' को पिछले साल यूएसए के कई प्रतिष्ठित संस्थानों और संगठनों द्वारा आमंत्रित किया गया था।
पल्लवी जोशी के साथ समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्म निर्माता अपनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की दुनिया भर में की गई 100 से अधिक स्क्रीनिंग के दौरान इसको मिली दर्शकों की बेहद शानदार प्रतिक्रियायों के लिए बेहद खुश थे।
अपने नाम की तरह ही 'द कश्मीर फाइल्स' एक सच्ची कहानी है, जो कश्मीरी पंडित सच्ची कहानी है, जो कश्मीरी पंडित समुदाय के कश्मीर नरसंहार की पहली पीढ़ी के पीड़ितों के वीडियो इंटरव्यूज पर बेस्ड है। यह कश्मीरी पंडितों के दर्द, पीड़ा, संघर्ष और आघात की एक दिल दहला देने वाली कहानी है और लोकतंत्र, धर्म, राजनीति और मानवता के बारे में आंखें खोलने वाले तथ्यों पर सवाल उठाती है।
इस फिल्म को विवेक रंजन अग्निहोत्री ने लिखा और डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी और चिन्मय मंडलेकर जैसे मंझे हुए एक्टर शामिल हैं। जबकि, जी स्टूडियोज और तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक रंजन अग्निहोत्री ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को प्रोड्यूस किया है। यह फिल्म 11 मार्च 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज में रिलीज हुई है।