krishna shroff: खेल क्षेत्र में लैंगिक समानता और समावेशिता को बढ़ावा देने की दिशा में बॉलीवुड एक्टर टाइगर श्रॉफ की बहन कृष्णा श्रॉफ ने एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू की है। एक अग्रणी खेल अकादमी की स्थापना के साथ कृष्णा का लक्ष्य मुख्य रूप से पुरुष-प्रधान खेल इंडस्ट्री में उभरने के लिए इच्छुक महिला एथलीटों को एक मंच प्रदान करना है।
कृष्णा श्रॉफ एक फिटनेस एनथुसिएस्ट और एंटरप्रेन्योर हैं, जो स्पोर्ट्स के क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने के बारे में काफी उत्सुक हैं। उन्होंने मुंबई में एमएमए मैट्रिक्स नामक एक स्पोर्ट्स अकादमी की स्थापना की है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को मिक्स्ड मार्शल आर्ट (एमएमए) और अन्य कॉम्बैट स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग प्रदान करती हैं।
ऐसे समाज में जहां खेल को अक्सर पौरुष से जोड़ा जाता है श्रॉफ की पहल बदलाव के प्रतीक के रूप में खड़ी है। अकादमी न केवल शारीरिक क्षमताओं को निखारती है बल्कि एथलीटों की मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी पोषण करती है। इतना ही नहीं कृष्णा ने उन्हें उन अनोखी चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार किया है, जिनका सामना महिलाएं अक्सर खेल क्षेत्र में करती हैं।
इस नेक प्रयास के माध्यम से कृष्णा श्रॉफ ने न केवल अगली पीढ़ी की महिला एथलीटों के लिए रास्ता बनाया है बल्कि इस विश्वास की भी पुष्टि की है कि खेल का कोई लिंग नहीं होता और वह सभी के लिए होता है। रूढ़िवादिता को तोड़ने के प्रति कृष्णा का समर्पण एक शक्तिशाली उदाहरण स्थापित करता है, जिसने युवा महिलाओं को अपने सपनों का पीछा करने और जुनून के साथ खेल की दुनिया में कदम रखने के लिए प्रेरित करता है।
Edited By : Ankit Piplodiya