एकता कपूर के टीवी सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' को 21 साल पूरे हो गए हैं। इस शो में तुलसी वीरानी का किरदार निभाकर स्मृति ईरानी ने घर-घर में पहचान बनाई थीं। हालांकि अब स्मृति मनोरंजन जगत से दूर राजनीति में पहचान बना रही हैं।
इस शो के 21 साल पूरे होने पर स्मृति ईरानी ने कहा कि लंबे समय तक चलने वाला यह धारावाहिक न सिर्फ दर्शकों के लिए बल्कि इसमें काम करने वाले सभी लोगों के लिए जीवन में बदलाव लाने वाला अनुभव रहा है।
अभिनेत्री से नेत्री बनीं स्मृति ईरानी के लिए यह धारावाहिक बदलाव लाने वाला साबित हुआ। हालांकि धारावाहिक से पहले वह कई म्युजिक वीडियो और टीवी कार्यक्रम में नजर आ चुकी थीं। स्मृति ईरानी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर इस मौके को याद किया।
उन्होंने लिखा, हमने वादा किया था कि हम 'फिर मिलेंगे', जिसे कभी पूरा नहीं कर सके... 21 साल पहले एक यात्रा शुरू की थी जिसने कई लोगों का जीवन बदल दिया। कुछ के जीवन में खुशी आई तो कुछ नाखुश हुए लेकिन जिसने भी देखा जिसने भी इसके लिए काम किया, इसका असर सब पर पड़ा। इन यादों के लिए शुक्रिया।
शोभा कपूर और एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स द्वारा निर्मित इस धारावाहिक का प्रसारण 3 जुलाई 2000 को शुरू हुआ था जो करीब आठ साल चला। धारावाहिक की 1800 से अधिक कड़ियों का प्रसारण हुआ। इस धारावाहिक से स्मृति ईरानी घर-घर तुलसी के नाम से लोकप्रिय हो गयीं जो एक आदर्श बहू थी और जिसने परिवार को बचाने में अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे।