स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 6 फरवरी को निधन हो गया था। भारत रत्न लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में किया गया था। लता जी को उनके भाई ह्दयनाथ मंगेशकर ने मुखाग्नि दी थी। परिवार ने लता मंगेशकर की अस्थियों का विसर्जन पवित्र तीन स्थानों पर करने का फैसला लिया था।
बीते दिनों परिवार ने लता जी की अस्थियों के एक कलश का विसर्जन नाशिक में गोदावरी नदी के तट पर पवित्र रामकुंड में किया था। अब लता मंगेशकर की अस्थियों को वाराणसी की गंगा नदी में विसर्जित किया गया है।
लता मंगेशकर की बहन ऊषा मंगेशकर 8 मार्च 2022 को अपने परिवार के साथ वाराणसी पहुंची थीं, जहां उन्होंने पूरे विधि-विधान से पूजा करने के बाद लता जी की अस्थियों को गंगा नदी में विसर्जित किया। ऊषा मंगेशकर ने पंडित जी के साथ पूजा करने के बाद अस्थियां विसर्जित कीं।
बता दें कि लता मंगेशकर को कोरोनावायरस की चपेट में आने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कोरोना के साथ निमोनिया भी हो गया था। लता मंगेशकर की उम्र को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें विशेष निगरानी में आईसीयू में रखा था। लता मंगेशकर ने कोरोना से जंग जीत भी ली थी, लेकिन 6 फरवरी को वह जिंदगी की जंग हार गईं।