Film Devdas climax scene: दिग्गज फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली इन दिनों वेब सीरीज 'हीरामंडी : द डायमंड बाजार' को लेकर सुर्खियों में हैं। भंसाली ने कई सुपरहिट फिल्में बॉलीवुड इंडस्ट्री को दी है। इन्हीं में से एक फिल्म साल 2002 में रिलीज 'देवदास' है। यह एवरग्रीन सुपरहिट फिल्मों में से एक हैं।
फिल्म देवदास में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में शाहरुख ने देवदास और ऐश्वर्या राय ने पारो का किरदार निभाया था। इस फिल्म को यादगार बनाने के लिए भंसाली ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने देवदास के लिए नीता लुल्ला को बतौर फैशन डिजाइनर चुना था और उन्होंने ही इसके सारे कपड़े डिजाइन किए थे।
हाल ही में एक इंटरव्यू में नीता लु्ला ने 'देवदास' के आखिरी सीन को लेकर बात की है। इस सीन के लिए भंसाली ने ऐश्वर्या का पूरा लुक रातों रात बल दिया था ताकि सीन यादगार बन जाए। सीन में ऐश्वर्या राय बच्चन को अपनी साड़ी के पल्लू में आग लगाकर शाहरुख की ओर भागते देखा गया था।
यूट्यूब चैनल 'वाइपिंग आउट द नॉर्म' के साथ एक इंटरव्यू नीता ने बताया कि संजय लीला भंसाली ने आखिरी मिनट में सीन के बारे में अपनी प्लानिंग बदल दी थी और उन्हें 15 मीटर लंबी साड़ी की व्यवस्था करने के लिए कहा था। भंसाली ने उन्हें बताया था कि उन्होंने ऐश्वर्या राय को अपने पल्लू में आग लगाकर सीढ़ियों से नीचे भागते हुए कल्पना की है और इसके लिए उन्हें दो साड़ियों की जरूरत थी, जो 15 मीटर लंबी होंगी।
नीता ने कहा, उन्होंने मुझसे कहा कि 'मैंने उनको (ऐश्वर्या) अपने पल्लू को जलाकर सीढ़ियों से नीचे भागते हुए कल्पना की है और मुझे लहराने के लिए 15 मीटर लंबी रेशम की साड़ी चाहिए। मुझे इनमें दो साड़ियों की ज़रूरत है, क्योंकि अगर एक जल जाती है तो हमारे पास दूसरी है।
नीता लुल्ला ने बताया कि संजय लीला भंसाली ने ऐश्वर्या व माधुरी को फोन करके पूछा था कि क्या उनके पास लाल या सफेद पूजा की साड़ियां हैं। चूंकि रात के 10:30 बज रहे थे। इसके बाद नीता ने भंसाली से पूछा कि क्या वह सेट छोड़ सकती हैं और फिर निर्देशक ने अगले दिन सुबह इस सीन को शूट करने के लिए बोला।
संजय लीला भंसाली की जलती हुई साड़ी के साथ सीढ़ियों से नीचे भागती हुई ऐश्वर्या की कल्पना में अलग दिखने के लिए उन्होंने पूरी रात कैसे काम किया। नीता लुल्ला ने कहा कि मैंने एक कपड़ा विक्रेता से आधी रात को अपनी दुकान खोलने का अनुरोध किया और उसके सहमत होने व दुकान खोलने के बाद वह कपड़े लेकर घर पहुंचीं। उनकी कढ़ाई टीम उनके घर पर मौजूद थी और उन्होंने सुबह छह बजे तक कपड़ों पर काम किया और उसी सीक्वेंस की शूटिंग 9:30 बजे शुरू हुई।