नेटफ्लिक्स इंटरनेशनल ऑरिजिनल फिल्म की डायरेक्टर सृष्टि बहल आर्य ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ अधिकारियों ने ‘भारत विरोधी’ और ‘हिंदू विरोधी’ सामग्री के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए स्ट्रीमिंग दिग्गज के साथ बैठकें की हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आरएसएस चाहता है कि ये प्लेटफॉर्म ऐसे कार्यक्रमों का प्रसारण करें जिनमें भारत की संस्कृति दिखाई गई हो। इसके लिए आरएसएस के प्रतिनिधियों ने नई दिल्ली और मुंबई में पिछले चार महीनों में ऐसी छह से अधिक अनौपचारिक बैठकें की हैं।
इन रिपोर्टों को ‘पूरी तरह से झूठ’ बताते हुए सृष्टि ने कहा, “इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई। यह एक फर्जी खबर है।”
सृष्टि, Jio MAMI 21वें मुंबई फिल्म महोत्सव में चल रहे “आर्टिस्टिक फ्रीडम: मैपिंग आउट द एंटरटेनमेंट स्टोरी” नाम के पैनल चर्चा में बोल रही थीं। इस पैनल में अमेजन प्राइम के इंडिया ओरिजिनल्स की हेड अपर्णा पुरोहित, सिंगर सोना मोहापात्रा और एक्ट्रेस शोभिता धुलिपाला भी मौजूद थीं।
स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर संभावित सेंसरशिप पर उनके विचारों के बारे में पूछे जाने पर अपर्णा पुरोहित ने कहा, “हम देश के कानून का पालन करना जारी रखेंगे।”
लेकिन स्टोरी टेलिंग की कीमत पर? “कभी नहीं,” उन्होंने जवाब दिया।
विस्तार में बताते हुए सृष्टि ने कहा, “देश का कानून, स्टोरी टेलिंग की तरह सब्जेक्टिव नहीं है। कानून, कानून है। यह ऐसा नहीं है कि ‘मैं आपको पसंद नहीं करता, इसलिए मैं आपको छुरा घोंपने जा रहा हूं’। हम उसी स्पेस तक जाएंगे जहां तक कानून अनुमति देता है, बाकि निर्माता जो भी कहानी बताना बताना चाहेंगे, बताएंगे।
बता दें कि पिछले महीने शिवसेना आईटी सेल के एक सदस्य ने नेटफ्लिक्स के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। रमेश सोलंकी ने अपनी शिकायत में नेटफ्लिक्स की सीरीज 'सैक्रेड गेम्स', 'लीला' और 'घोल' का उदाहरण देते हुए कहा कि नेटफ्लिक्स की हर सीरीज में भारत को वैश्विक स्तर पर बदनाम किया जाता है।