बॉलीवुड में एक हिट फिल्म दे दो तो निर्माता-निर्देशकों की लाइन लग जाती है और कलाकार की चांदी हो जाती है सो अलग।
ऐसे दौर में कोई चार हिट फिल्म दे दे तो उसे मुंहमांगे दाम देकर साइन कर लिया जाए, लेकिन एक हीरोइन ऐसी भी है जिसने एक-दो नहीं बल्कि चार सफल फिल्म दे दी है, लेकिन उसके हाथ खाली हैं।
बात हो रही है नुसरत भरूचा की। 2011 में नुसरत ने 'प्यार का पंचनामा' नामक सफल फिल्म दी थी और उनकी पहचान बनी। फिर भी उन्हें ज्यादा फिल्में नहीं मिली।
2015 में प्यार का पंचनामा 2 बनी जो कि सुपरहिट रही। इसके बाद फिल्म के हीरो कार्तिक आर्यन तो सफलता की सीढ़ियां चढ़ गए, लेकिन नुसरत जहां की तहां रहीं।
2018 में नुसरत ने 'सोनू के टीटू की स्वीटी' नामक की एक और सुपरहिट फिल्म दे डाली। वे यही नहीं रूकी। हाल ही में रिलीज हुई ड्रीमगर्ल भी सुपरहिट रही।
ड्रीमगर्ल की सफलता के बाद फिल्म के हीरो आयुष्मान खुराना की तो सभी ओर चर्चा है, लेकिन नुसरत को कोई पूछ नहीं रहा है।
चार सफलता के बावजूद भी उनके हाथ 'तुर्रम खान' जैसी इक्का-दुक्का फिल्में हैं। ना तो उन्हें बड़े बैनर की कोई फिल्म मिली है और न ही कोई स्टार की फिल्मों में जगह मिल पा रही है।
नुसरत सोच रही होंगी कि आखिर उनके साथ गलत क्यों हो रहा है? आपके पास कोई जवाब हो तो बताइए।