पद्मावत के निर्माताओं ने घोषणा कर दी है कि वे 25 जनवरी को फिल्म प्रदर्शित करने वाले हैं। हो सकता है कि कुछ शहरों में 24 जनवरी की शाम को भी पेड प्रिव्यू आयोजित हो जाए।
इधर पद्मावत के विरोध में खड़े लोगों ने अपना विरोध तेज कर दिया है और अब तोड़फोड़ और आगजनी की खबरें भी आ रही हैं। कुछ प्रदेश में चेतावनी और धमकियां दी जा रही हैं। विरोध करने वालों ने दहशत का ऐसा माहौल खड़ा कर दिया है कि थिएटर के मालिक के दुविधा में पड़ गए हैं कि वे अपने थिएटर में फिल्म को लगाए या नहीं। उन्हें डर सता रहा है कि उनकी टॉकीज में न केवल तोड़फोड़ की जा सकती है बल्कि आग के हवाले भी किया जा सकता है।
सीआई (सेंट्रल इंडिया) सर्किट में अब तक तय नहीं हुआ है कि फिल्म को वितरक कौन होगा। वैसे सूत्रों का कहना है कि यह बात तय हो चुकी है, लेकिन नाम नहीं बताया जा रहा है क्योंकि इससे वितरक को खतरा है। लेकिन सिनेमाघरों की बुकिंग अब तक नहीं हुई है।
कई सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर वालों ने 'पद्मावत' को अपने थिएटर में लगाने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि पुलिस से भी उन्हें सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिला है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने कह दिया है कि अपने थिएटर की सुरक्षा खुद करो। कहीं ना कहीं प्रदेश सरकार भी चाह रही है कि यह फिल्म उनके प्रदेश में रिलीज न हो।
विरोध करने वाले संगठन सिनेमाघरों तक पहुंच गए हैं। उन्होंने दबाव डाल कर कुछ सिनेमाघर वालों से लिखवा लिया है कि वे अपने सिनेमाघर में फिल्म प्रदर्शित नहीं करेंगे।
जहां तक मल्टीप्लेक्स का सवाल है तो वे 'वेट एंड वॉच' की भूमिका में हैं। खुल कर यह बोलने के लिए तैयार नहीं है कि वे फिल्म लगाएंगे या नहीं। यदि विरोध त्रीव होता है तो वे फिल्म को दो-तीन दिन बाद भी लगा सकते हैं।
देश के जिस हिस्से में ज्यादा विरोध हो रहा है वहां पर लोग भी शुरुआती दिनों में शायद ही फिल्म देखने की हिम्मत करें। इससे फिल्म के कलेक्शन प्रभावित हो सकते हैं।