Adipurush controversy: ओम राउत के निर्देशन में बनी फिल्म 'आदिपुरुष' रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है। इस फिल्म के डायलॉग और किरदारों पर लोग कड़ी आपत्ति दर्ज करा रहे है। कई सेलेब्स भी इस फिल्म का जमकर विरोध कर रहे हैं। वहीं अब गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने भी 'आदिपुरुष' पर अपना विरोध दर्ज किया है।
पुरी पीठाधीश्वर का कहना है कि 'आदिपुरुष' जैसी फिल्में हिंदुओं की सहिष्णुता का दुरुपयोग है, यह सर्वदा अनुचित है। उन्होंने कहा, अगर दूसरे धर्मों को लेकर इस तरह की फिल्म बने तो समझा जा सकता है कि पूरे देश में क्या स्थिति उत्पन्न होगी।
उन्होंने कहा कि फिल्म के निर्माता और निर्देशकों इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि फिल्मों का फिल्मांकन इस प्रकार से होना चाहिए कि उससे किसी भी धर्म के अनुयायियों को ठेस नहीं पहुंचे। इस तरह की फिल्मों के बनने पर सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए।
स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि सेवा के नाम पर राजनेता गरीबी पालते हैं। जनता की गरीबी का लाभ राजनेता लेते हैं। इसलिए मै कहता हूं कि हर हिन्दू परिवार से रोज एक घंटा और एक रुपये निकलना चाहिए। फिर अपने को हर प्रकार से व्यवस्थित करने में उसी पैसे और समय का उपयोग हो। इससे ही हिन्दुओं की 80 प्रतिशत समस्या का समाधान अपने आप हो जाएगा। स्वामी निश्चलानंद ने झूंसी स्थित शिवगंगा आश्रम में शनिवार को यह बातें कही।
Edited By : Ankit Piplodiya